गिरिडीहः एक ओर गिरिडीह सीसीएल के कबरीबाद माइंस में ताला लटका हुआ है. वहीं, दूसरी और इसी माइंस से सटे इलाके में धड़ल्ले से इलीगल माइंस चल रहा है, जिससे रोजाना कई टन कोयला निकाला जा रहा है. मामले की जानकारी मिलने के बाद एसडीपीओ ने कार्रवाई की है.
कोयला जब्त
सीसीएल गिरिडीह कोलियरी के कबरीबाद माइंस को सीटीओ (कंसर्न टू ऑपरेट) नहीं मिलने के कारण अभी बंद कर दिया गया. यहां की कुछ मशीनों को ओपनकास्ट भेज दिया गया. एक तरफ लीगल माइंस बंद है. वहीं, दूसरी तरफ इसी लीगल माइंस के बगल में बड़े पैमाने पर कोयला का अवैध खनन हो रहा है. इस जानकारी के बाद बुधवार को सदर एसडीपीओ कुमार गौरव ने कार्रवाई की है. एसडीपीओ के साथ महतोडीह पिकेट प्रभारी संजय कुमार भी दलबल के साथ पहुंचे और यहां से अवैध खनन कर निकाले गए कोयला को जब्त कर लिया.
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जंगल में डंप किया गया था कोयला
कबरीबाद माइंस से सटे इलाके से कोयला का अवैध खनन कर इसे कबरीबाद से सटे जंगल में डंप किया गया था. यहां से इस कोयला को बाइक और साइकिल पर लादकर गिरिडीह-धनबाद के बॉर्डर इलाके के अलावा डुमरी थाना इलाके के सासरखो जंगल में रात के अंधेरे में संचालित अवैध कोल डिपो भेजने की तैयारी की गई थी, लेकिन समय रहते इसकी भनक एसडीपीओ को लग गई और छापेमारी की गई.
अवैध खनन का खेल
गिरिडीह कोलियरी क्षेत्र में कोयला का खनन लगातार हो रहा है. कबरीबाद माइंस हो या ओपनकास्ट माइंस या फिर भदुआ सभी इलाके में इलीगल माइंस चल रहा है. इन इलाके में डोजरिंग करने का काम सीसीएल और मुफस्सिल पुलिस करती है, लेकिन अवैध खनन का काम बदस्तूर चलता रहता है. कहा जा रहा है कि कोयला के इस खनन में कई लोग शामिल हैं.