गिरिडीह: बगोदर प्रखंड के हरिहर धाम के निकट स्थित पुल का ऊपरी हिस्सा जर्जर हो गया है. पुल पर जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं. पुल की दयनीय हालत सड़क दुर्घटनाओं को दावत दे रही है.
पुल की मरम्मती की मांग
गिरिडीह के बगोदर-हजारीबाग मेन रोड के हरिहर धाम के पास स्थित एनएच पर बना पुल जर्जर होता जा रहा है. पुल के ऊपरी हिस्से में कई जगह गड्ढे हो गए हैं. इससे पुल में लगाए गए सरिए भी बाहर निकल गए हैं. पुल की जर्जर स्थिति के कारण वाहन चालकों को जहां परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस वजह से सड़क दुर्घटना होने की भी संभावना बनी हुई है. स्थानीय लोगों की ओर से पुल की मरम्मती की मांग की जा रही है.
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कुछ ही सालों में पुल हुआ बदहाल
लगभग 6 साल पहले यह पुल बना था. निर्माण कार्य के इतने कम समय में पुल की यह बदहाली निर्माण कार्य की गुणवत्ता का पोल खोल रहा है. पुल की जर्जर स्थिति के प्रति स्थानीय जनप्रतिनिधि और संबंधित विभाग के अधिकारियों के उदासीन रवैया से लोगों में नाराजगी है. लोगों का कहना है कि अगर सड़क दुघर्टना होती है तो इसके लिए संबंधित विभाग और जन प्रतिनिधि जिम्मेदार होंगे. बता दें कि दो साल पहले भी इस पुल के ऊपरी हिस्से की स्थिति जर्जर हो गई थी. उस समय भी पुल की मरम्मती की गई थी. मरम्मती का कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं किए जाने से एक बार फिर पुल की दयनीय स्थिति हो गई है.
किसी भी वक्त हो सकती है बड़ी दुर्घटना
पुल के बगल से ही जीटी रोड बाईपास की सड़क और ओवरब्रिज बनाया जा रहा है. डीवीएल कंपनी की ओर से अरबों रुपए की लागत से रोड चौड़ीकरण का कार्य किया जा है. ऐसे में स्थानीय जनप्रतिनिधि या फिर प्रशासनिक अधिकारी की ओर से कंपनी को सिर्फ बोल देने से पुल की मरम्मती आसानी से हो सकता है. जिस पुल के ऊपरी हिस्से की जर्जर होने की बात का उल्लेख किया गया है. यह पुल रांची-दुमका मेन रोड पर स्थित है. स्थानीय प्रशासन से लेकर सूबे के एमपी, एमएलए से लेकर मंत्रियों का आवागमन इसी मार्ग से जारी रहता है. इसके बावजूद पुल की दयनीय स्थिति की ओर किसी की नजर नहीं है.