गिरिडीह: सूबे के पहले मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि राज्य की सरकार लीगल काम करवाना ही नहीं चाहती. सरकार सीधे तौर पर इलीगल काम करवाना चाहती है. चूंकि लीगल काम से होने वाली इनकम राज्य के खजाने में जाएगी.
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इलीगल कामों सत्ता पक्ष की भागीदारी
वहीं इलीगल कामों से होनेवाली कमाई सीएम हेमंत सोरेन और सत्ता में बैठे लोगों की तिजोरी में पहुंचेगी. इसलिये यह सरकार इलीगल कामों को करना चाहती है. बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने गिरिडीह में पत्रकारों से बात करते हुए ये बातें कही. उन्होंने कहा कि गिरिडीह के ब्रह्मड़िहा कोल ब्लॉक में सीबीआई ने जिस कोयला को जब्त किया था उसमें भी सेंधमारी हुई और जब इसकी जांच होगी तो सत्ता में बैठे लोगों तक आंच आयेगी.
बाबूलाल ने कहा कि सरकार विधानसभा में बोलती है कुछ और करती है कुछ. सीएम हेमंत सोरेन ने विधानसभा में कहा था कि बेरोजगारों को नौकरी दी जाएगी, नहीं तो भत्ता दी जाएगी. लेकिन किसी को कुछ नहीं मिला. उल्टा काम में लगे लोगों को हटाने का काम कर रही है. झारखंड की राजानीति में जेपीएससी नियुक्ति में गड़बड़ी का मामला हमेशा सुर्खियों में रहा है. जेपीएससी के साथ मिलकर यह सरकार राज्य के बच्चों का भविष्य बर्बाद करना चाहती है. उन्होंने कहा कि जेपीएससी में जिस तरह दो केंद्रों से सिरियली बच्चे पास किये वह गड़बड़ी बतलाने को काफी है. बाबूलाल ने कहा कि बच्चों से 40-50 लाख की वसूली की जा रही है.
कांग्रेस को जनता नकार चुकी है
उन्होंने कृषि बिल की वापसी के बाद भी विरोध प्रदर्शन पर कांग्रेस को घेरा. उन्होंने कहा कि पहले कानून वापस लेने के लिए कह रहे थे, अब भी बैठे हुए हैं. लगता है पूरी तरह कांग्रेस पार्टी हार चुकी है, वो समझ चुकी है कि देश की जनता हमारी बात ऐसे नहीं सुन रही है, तो हल्ला करो, चाहे वो जिस प्रकार से है. ये लोकतंत्र के लिए बड़ा दुर्भाग्य है.