गिरिडीहः गिरिडीह सदर अंचल के हल्का नंबर 6 के राजस्व कर्मचारी संजय कुमार को गुरुवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) धनबाद की टीम ने 35 सौ रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. आरोपी एक विधवा से दाखिल-खारिज के नाम पर पांच हजार रुपये रिश्वत मांग रहा था. इस गिरफ्तारी के साथ इस वर्ष रिश्वत लेने में एसीबी धनबाद की टीम की ओर से पकड़े गए अफसरों-कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है. एसीबी की टीम ने गिरफ्तार संजय को लेकर उसके कार्यालय और आवास में भी छानबीन की है. इसके बाद टीम उसे लेकर धनबाद चली गई.
ऐसे आया गिरफ्त में
इससे पहले विधवा से दाखिल-खारिज के एवज में पैसे मांगे जाने के मामले की शिकायत सदर अंचल के महेशलुंडी निवासी सुरेश साव ने एसीबी धनबाद से की थी. इसमें सुरेश ने बताया था कि उसकी विधवा चाची तोतिया देवी ने वर्ष 1995 में ही अपने ही गांव के विश्वनाथ यादव से वर्ष 2007 में करहरबारी मौजा में 7 डिसिमिल जमीन खरीदी थी. जमीन का निबंधन होने के बाद भी रसीद विश्वनाथ यादव के नाम पर ही कट रही थी. इसे लेकर तोतिया देवी ने 22 अगस्त 2020 को जमीन के दाखिल खारिज और लगान रसीद के लिए ऑनलाइन आवेदन दिया था. सुरेश ने एसीबी धनबाद को बताया कि इस काम के लिए वे सभी कागजात लेकर तिसरी प्रखण्ड के रहनेवाले राजस्व कर्मचारी संजय के पास गए तो उनसे काम के एवज में 5000 रुपये मांगे. बाद में राजस्व कर्मचारी से 35 सौ रुपये में काम कराने की बात तय हुई.
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शिकायत मिलने के बाद एसीबी हुई एक्टिव
इस शिकायत के मिलने के बाद एसीबी एसपी के निर्देश पर टीम एक्टिव हुई. पहले उसने मामले की सत्यता की जांच की. इसके बाद गुरुवार को एसीबी की टीम गिरिडीह अंचल पहुंची. यहां पर कर्मचारी भवन से कर्मचारी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया. कर्मचारी को लेकर उसके आवास पर भी टीम गई और कागजातों की जांच पड़ताल की.
अंचल कार्यालय के समक्ष दिया धरना
इधर पांडेयडीह की जमीन के मामले को लेकर कुछ लोगों ने अंचल कार्यालय के पास धरना दिया. इनका आरोप था कि गलत तरीके से एलपीसी निर्गत की जा रही है. इसपर रोक लगनी चाहिए.