गिरिडीह: लॉकडाउन के दौरान उग्रवाद प्रभावित पीरटांड़ प्रखंड के कई गांवों के लोगों की माली स्थिति और बदहाली को ईटीवी भारत ने 17 मई को ही प्रमुखता से प्रसारित किया था. जिसके बाद 18 मई को झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसायटी के डीपीएम संजय गुप्ता, पीरटांड़ प्रमुख सिकंदर हेंब्रम के आलावा बीडीओ इन इलाकों में पहुंचे थे और वस्तुस्थिति से अवगत होते हुए मदद का कार्य शुरू करने का भरोसा दिया था. अब इस दिशा में जमीनी कार्य प्रारंभ कर दिया गया है.
चार योजनाओं के लिए दी गई राशि
पूरे मामले की जानकारी देते हुए डीपीएम संजय गुप्ता ने बताया कि अभी पीरटांड़ प्रखंड में मछली पालन के लिए छह उत्पादक समूह के लिए 9.6 लाख स्थानांतरित कर दिया गया है. वहीं हाई वेल्यू एग्रीकल्चर के 8 लाख रुपए, बकरी पालन शेड के लिए 1.87 लाख, तो मुनगा, लेमन ग्रास और तुलसी के लिए 9.4 लाख की राशि रिलीज की जाएगी.
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लेमन ग्रास, तुलसी की खेती से होगी क्रांति
डीपीएम ने बताया कि मुनगा, लेमन ग्रास और तुलसी की खेती से इलाके में क्रांति आएगी, इस खेती में 100-100 किसानों को जोड़ा जाएगा, जो 25-25 डिसिमिल में खेती करेंगे. इस खेती से किसानों को अतिरिक्त आमदनी मिलेगी. उत्पादन के बाद तेल बनाने की यूनिट भी पीरटांड़ में लगाई जाएगी. वहीं बकरी पालन का कार्य भी आरंभ करवाया जाएगा.