ETV Bharat / bharat

कांग्रेस खत्म करना चाहती है आरक्षण, बसपा किसी को फ्री में बाहर से समर्थन नहीं देगी: मायावती - JHARKHAND ASSEMBLY ELECTION 2024

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में अपने प्रत्याशी के लिए वोट मांगने बीएसपी सुप्रीमो मायावती पलामू के हुसैनाबाद पहुंची. यहां उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.

Mayawati in palamu
मंच पर मायावती (ईटीवी भारत)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Nov 10, 2024, 6:22 PM IST

पलामू: झारखंड विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी के प्रचार के लिए मायावती पलामू के हुसैनाबाद पहुंची. हुसैनाबाद से बीएसपी की टिकट पर कुशवाहा शिवपूजन मेहता चुनाव लड़ रहे है. यहां मायावती ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस आरक्षण को खत्म करना चाहती है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी विदेशों में ये बात खुलेआम बोल चुके हैं.

लोगों को संबोधित करती मायावती (ईटीवी भारत)

मायावती ने पलामू के अपने जनसभा में कहा कि आरक्षण का वर्गीकरण दलित को दलित और आदिवासी को लड़वाने वाला है. चुनाव जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि आरक्षण को किसी ने किस रूप में प्रभावित किया जा रहा, राजनीतिक दल आरक्षण को खत्म नहीं कर पाए थे, अब दूसरे तरह से इसका सहारा ले रहे हैं. कांग्रेस आरक्षण को खत्म करना चाहती है. कई राज्यों ने आरक्षण में वर्गीकरण को भी लागू करना शुरू कर दिया है.

बसपा किसी को फ्री में बाहर से समर्थन नहीं देगी

जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि झारखंड में बहुजन समाज पार्टी अकेले चुनाव लड़ रही है. ऐसी स्थिति जब बसपा को किसी का समर्थन करने की बात आई तो पार्टी फ्री में किसी का समर्थन नहीं करेगी. कई बार देखा गया है कि बहुजन समाज पार्टी किसी दूसरे के साथ गठबंधन करता हैं तो दलितों का वोट उनकी पार्टी के पक्ष में चला जाता है, लेकिन उस पार्टी का वोट बसपा के पक्ष में नहीं आता.

पता नही संविधान में क्या लिखा है, लेकिन किताब को घुमा रहे हैं

मायावती अपने जनसभा में संबोधित करते हुए कहा कि लोग कहते हैं कि एक लाल किताब है, खाली कर है और अंदर कोरा कागज है. संविधान दिखाते हैं लेकिन आजादी के बाद कांग्रेस ने संविधान का पालन नहीं किया है. मायावती अपने पूरे भाषण के दौरान कांग्रेस को अपने निशाने पर लिया है.

आदिवासी दलित मजबूरी में बने नक्सली

मायावती ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी दलित मजबूरी में नक्सली बने थे. उनके पास रोजगार एवं अन्य सुविधा होती तो वह नक्सली नहीं बनते. उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के इलाके में भी आदिवासी हैं वहां बदलाव हुआ है जिस कारण वहां के आदिवासी एवं अन्य वर्ग नक्सली नहीं बने थे.

ये भी पढ़ें:

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन की एंट्री! जानिए क्यों हुई इनकी चर्चा

सीएम हेमंत सोरेन ने किया मीडिया संवाद, कहा- ना बंटेंगे ना टूटेंगे मगर चुनाव के माध्यम से कूटे जरूर जाएंगे

पलामू: झारखंड विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी के प्रचार के लिए मायावती पलामू के हुसैनाबाद पहुंची. हुसैनाबाद से बीएसपी की टिकट पर कुशवाहा शिवपूजन मेहता चुनाव लड़ रहे है. यहां मायावती ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस आरक्षण को खत्म करना चाहती है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी विदेशों में ये बात खुलेआम बोल चुके हैं.

लोगों को संबोधित करती मायावती (ईटीवी भारत)

मायावती ने पलामू के अपने जनसभा में कहा कि आरक्षण का वर्गीकरण दलित को दलित और आदिवासी को लड़वाने वाला है. चुनाव जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि आरक्षण को किसी ने किस रूप में प्रभावित किया जा रहा, राजनीतिक दल आरक्षण को खत्म नहीं कर पाए थे, अब दूसरे तरह से इसका सहारा ले रहे हैं. कांग्रेस आरक्षण को खत्म करना चाहती है. कई राज्यों ने आरक्षण में वर्गीकरण को भी लागू करना शुरू कर दिया है.

बसपा किसी को फ्री में बाहर से समर्थन नहीं देगी

जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि झारखंड में बहुजन समाज पार्टी अकेले चुनाव लड़ रही है. ऐसी स्थिति जब बसपा को किसी का समर्थन करने की बात आई तो पार्टी फ्री में किसी का समर्थन नहीं करेगी. कई बार देखा गया है कि बहुजन समाज पार्टी किसी दूसरे के साथ गठबंधन करता हैं तो दलितों का वोट उनकी पार्टी के पक्ष में चला जाता है, लेकिन उस पार्टी का वोट बसपा के पक्ष में नहीं आता.

पता नही संविधान में क्या लिखा है, लेकिन किताब को घुमा रहे हैं

मायावती अपने जनसभा में संबोधित करते हुए कहा कि लोग कहते हैं कि एक लाल किताब है, खाली कर है और अंदर कोरा कागज है. संविधान दिखाते हैं लेकिन आजादी के बाद कांग्रेस ने संविधान का पालन नहीं किया है. मायावती अपने पूरे भाषण के दौरान कांग्रेस को अपने निशाने पर लिया है.

आदिवासी दलित मजबूरी में बने नक्सली

मायावती ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी दलित मजबूरी में नक्सली बने थे. उनके पास रोजगार एवं अन्य सुविधा होती तो वह नक्सली नहीं बनते. उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के इलाके में भी आदिवासी हैं वहां बदलाव हुआ है जिस कारण वहां के आदिवासी एवं अन्य वर्ग नक्सली नहीं बने थे.

ये भी पढ़ें:

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन की एंट्री! जानिए क्यों हुई इनकी चर्चा

सीएम हेमंत सोरेन ने किया मीडिया संवाद, कहा- ना बंटेंगे ना टूटेंगे मगर चुनाव के माध्यम से कूटे जरूर जाएंगे

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.