गढ़वाः जिले के रमना प्रखंड मुख्यालय में एक झोलाछाप डॉक्टर ने अपने अस्पताल में एक नाबालिग आदिवासी लड़की के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया. लड़की किसी तरह उसके चंगुल से निकली और थाने पहुंच गयी. इस घटना के बाद आरोपी फरार हो गया है. पुलिस उसकी खोजबीन में जुट गई है.
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बता दें कि रमना प्रखंड मुख्यालय स्थित कस्तूरबा हॉस्पिटल के संचालक 65 वर्षीय डॉ पारसनाथ पांच अप्रैल को लड़की के गांव गया था. पढ़ा लिखाकर डॉक्टर बनाने के नाम पर उस 15 वर्षीय लड़की को अपने हॉस्पिटल में ले आया था. हॉस्पिटल में उस लड़की से मालिश कराता था और सारा काम भी कराता था.
रात्रि में उसके साथ छेड़छाड़ करता था. लड़की को अपने सामने ही उसके अभिभावक से बात कराता था ताकि लड़की उसकी कोई शिकायत न कर दे. 9 अप्रैल की रात्रि में डॉक्टर ने अपने हदें पार करते हुए लड़की के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया.
लड़की चिल्लाने लगी तो उसे हॉस्पिटल में बंद कर दिया. दिनभर खाना भी नहीं दिया. लड़की किसी तरह चहारदीवारी फांदकर वहां से भाग निकली और थाने पहुंचकर अपनी आपबीती बतायी.
थाना प्रभारी रणविजय सिंह ने कहा कि हॉस्पिटल जाकर इस मामले की जांच की गई. फिलवक्त आरोपी फरार है. पुलिस मुस्तैदी के साथ इस कांड की जांच में लगी है. वहीं नगर उंटारी एसडीपीओ प्रमोद कुमार केसरी ने कहा कि आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.