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मंत्री मिथिलेश ठाकुर के कोरोना पॉजिटिव मिलने पर गढ़वा में हड़कंप, कार्यकर्ता करा रहे टेस्ट

राज्य के पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद गढ़वा में हड़कंप मच गया है. कुछ दिन पूर्व ही मंत्री ने जनता दरबार का आयोजन किया था, जहां सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखा गया था. अब मंत्री के करीबी कार्यकर्ता और परिचित खुद अस्पताल पहुंचकर कोरोना टेस्ट करा रहे हैं.

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बैठक करते मंत्री मिथिलेश ठाकुर (फाइल फोटो)
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Published : Jul 8, 2020, 6:16 PM IST

Updated : Jul 8, 2020, 7:35 PM IST

गढ़वा: विधायक और झारखंड के पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर रांची में कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इधर, गढ़वा में हड़कंप और भय का माहौल कायम हो गया है. मंत्री के करीबी व संपर्क में रहे कार्यकर्ता और परिचित खुद अस्पताल पहुंचकर कोरोना टेस्ट करा रहे हैं.

2 जुलाई को मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने रांची स्थित अपने सरकारी आवास में गृह प्रवेश किया था. इस दिन कुछ गणमान्य लोग भी वहां पहुंचे थे. उनके पड़ोस में रहने वाले हटिया के विधायक नवीन जायसवाल भी गए थे. लिहाजा उन्होंने मंत्री मिथिलेश ठाकुर के कोरोनावायरस से संक्रमित होने के बाद खुद को होम क्वॉरेंटाइन कर लिया है.

सभी दिखे लापरवाह
अनलॉक के बाद मंत्री मिथिलेश ठाकुर लंबे समय के बाद अपने क्षेत्र में वापस लौटे थे. उन्होंने 24 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. उसी दिन से उन्होंने अपना दौरा शुरू किया था. मंत्री मेराल, रंका, डंडा, चिनिया प्रखंड मुख्यालय में आयोजित जनता दरबार और सरकारी पदाधिकारियों के साथ बैठक जैसे बड़े कार्यक्रम में शामिल हुए थे. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का अभाव भी देखा गया. कार्यक्रम में सैनिटाइजर का उपयोग होते नहीं देखा गया. मास्क भी गर्दन में माला के रूप में ही शोभा बढ़ा रहे थे. खुद मंत्री भी मास्क लगाने के प्रति लापरवाह दिखे.

ये भी पढ़ें- चाईबासा: शहरवासियों को जल्द मिलेगी जाम से निजात, अत्याधुनिक मशीनों से बन रहा रेलवे ओवरब्रिज

सुरक्षा मानकों को ठेंगा
हद तो तब हो गई जब 28 जून को गढ़वा सर्किट हाउस में मंत्री से अपनी समस्याएं बताने के लिए बड़ी संख्या में गढ़वा शहर और ग्रामीण क्षेत्र की जनता को बुला लिया गया. हुजूम बनाकर लोग मंत्री से मिलते रहे. इस दैरान बेकाबू भीड़ को नियंत्रण में करने की भी कोई व्यवस्था नहीं थी.

मंत्री के कक्ष में जाने से पूर्व न तो उनका थर्मल स्कैनिंग किया जा रहा था और न ही उनके लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था थी. आश्चर्य करने वाली बात तो यह थी कि इतना कुछ होने के बाद भी मंत्री, उनके पास बैठे अधिकारी, मंत्री के पास खड़े कार्यकर्ता बैगर मास्क के थे.

ये भी पढ़ें- चतरा: मां बेटी को सांप ने काटा, डॉक्टर की लापरवाही ने ले ली दुधमुंही की जान

खुद जांच कराने पहुंच रहे लोग
अब मंत्री के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की सूचना मिलते ही झामुमो के 20-25 कार्यकर्ताओं ने सदर अस्पताल पहुंचकर कोरोना जांच के लिए अपना सैंपल दिया है. मंत्री के संपर्क में आए कई और लोग अस्पताल पहुंचकर सैंपल दे रहे हैं. सिविल सर्जन डॉ एनके रजक ने बताया कि काफी लोग खुद से सैंपल देने अस्पताल पहुंच रहे हैं. इसमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. इसे देखते हुए अस्पताल में जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है.

गढ़वा: विधायक और झारखंड के पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर रांची में कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इधर, गढ़वा में हड़कंप और भय का माहौल कायम हो गया है. मंत्री के करीबी व संपर्क में रहे कार्यकर्ता और परिचित खुद अस्पताल पहुंचकर कोरोना टेस्ट करा रहे हैं.

2 जुलाई को मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने रांची स्थित अपने सरकारी आवास में गृह प्रवेश किया था. इस दिन कुछ गणमान्य लोग भी वहां पहुंचे थे. उनके पड़ोस में रहने वाले हटिया के विधायक नवीन जायसवाल भी गए थे. लिहाजा उन्होंने मंत्री मिथिलेश ठाकुर के कोरोनावायरस से संक्रमित होने के बाद खुद को होम क्वॉरेंटाइन कर लिया है.

सभी दिखे लापरवाह
अनलॉक के बाद मंत्री मिथिलेश ठाकुर लंबे समय के बाद अपने क्षेत्र में वापस लौटे थे. उन्होंने 24 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. उसी दिन से उन्होंने अपना दौरा शुरू किया था. मंत्री मेराल, रंका, डंडा, चिनिया प्रखंड मुख्यालय में आयोजित जनता दरबार और सरकारी पदाधिकारियों के साथ बैठक जैसे बड़े कार्यक्रम में शामिल हुए थे. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का अभाव भी देखा गया. कार्यक्रम में सैनिटाइजर का उपयोग होते नहीं देखा गया. मास्क भी गर्दन में माला के रूप में ही शोभा बढ़ा रहे थे. खुद मंत्री भी मास्क लगाने के प्रति लापरवाह दिखे.

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सुरक्षा मानकों को ठेंगा
हद तो तब हो गई जब 28 जून को गढ़वा सर्किट हाउस में मंत्री से अपनी समस्याएं बताने के लिए बड़ी संख्या में गढ़वा शहर और ग्रामीण क्षेत्र की जनता को बुला लिया गया. हुजूम बनाकर लोग मंत्री से मिलते रहे. इस दैरान बेकाबू भीड़ को नियंत्रण में करने की भी कोई व्यवस्था नहीं थी.

मंत्री के कक्ष में जाने से पूर्व न तो उनका थर्मल स्कैनिंग किया जा रहा था और न ही उनके लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था थी. आश्चर्य करने वाली बात तो यह थी कि इतना कुछ होने के बाद भी मंत्री, उनके पास बैठे अधिकारी, मंत्री के पास खड़े कार्यकर्ता बैगर मास्क के थे.

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खुद जांच कराने पहुंच रहे लोग
अब मंत्री के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की सूचना मिलते ही झामुमो के 20-25 कार्यकर्ताओं ने सदर अस्पताल पहुंचकर कोरोना जांच के लिए अपना सैंपल दिया है. मंत्री के संपर्क में आए कई और लोग अस्पताल पहुंचकर सैंपल दे रहे हैं. सिविल सर्जन डॉ एनके रजक ने बताया कि काफी लोग खुद से सैंपल देने अस्पताल पहुंच रहे हैं. इसमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. इसे देखते हुए अस्पताल में जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है.

Last Updated : Jul 8, 2020, 7:35 PM IST
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