गढ़वा: सदर सदर अस्पताल में एक जच्चा-बच्चा की मौत हो गई. दर्द से कराहती रीता देवी नाम की 22 वर्षीय महिला सदर अस्पताल में दिन भर तड़पती रही. दूसरे दिन अस्पताल प्रशासन ने उसका ऑपरेशन कराया, तब तक उसका बच्चा मर चुका था. तीसरे दिन महिला ने भी दम तोड़ दिया.
कोई नहीं था महिला के साथ
जानकारी के अनुसार, गर्भवती रीता देवी को गढ़वा डंडई प्रखंड से 108 एम्बुलेंस से सदर अस्पताल भेजा गया था. उसे शनिवार को सदर अस्पताल लाया गया था. उसके साथ कोई नहीं था. इस कारण उसका ऑपरेशन नहीं किया गया. उसे ब्लड की भी जरूरत थी. रविवार को सिविल सर्जन ने पहल कर उसका ऑपरेशन कराया. उसके यूटरस से मृत बच्ची को बाहर निकाला गया. सोमवार की देर रात महिला की भी मौत हो गई. मंगलवार को लावारिस की तरह उसकी लाश सदर अस्पताल के बरामदे में पड़ी रही.
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'पहले ही काफी देर हो गई थी'
सिविल सर्जन डॉ एनके रजक ने कहा कि महिला ने बताया था कि उसका पति बाहर कमाने गया है. जब उसे फोन कर इसकी जानकारी दी गई तो उसने यहां आने से इनकार कर दिया. उसके बाद उसने अपना मोबाइल ऑफ कर लिया. महिला को बचाने की काफी कोशिश की गई, लेकिन पहले ही काफी देर हो चुकी थी.