गढ़वा/पलामू: गढ़वा के इलाके में मानव जीवन के लिए खतरा बने तेंदुए को ट्रैंकुलाइज करने के लिए हैदराबाद के एक्सपर्ट नवाब सफत अली खान की टीम को तैनात कर दिया गया है (Nawab Ali reached Garhwa from Hyderabad). गुरुवार को नवाब सफत अली खान के नेतृत्व में छह सदस्य टीम ने गढ़वा के भंडरिया के इलाके में तेंदुए की तलाश शुरू की है. नवाब के साथ टीम में वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट डॉक्टर भी शामिल हैं.
गढ़वा डीएफओ दिलीप कुमार ने बताया कि टीम को भंडरिया खिलाकर में तैनात किया गया है और वहीं से तेंदुए की तलाश शुरू की गई है. नवाब सफत अली खांकक टीम वाइल्डलाइफ को ट्रैंकुलाइज करने में एक्सपर्ट हैं. देश के कई हिस्सों में यह टीम तेंदुआ समेत अन्य जीवों को ट्रैंकुलाइज कर चुकी है. टीम को वन विभाग की टीम गाइड कर रही है और तेंदुए से प्रभावित इलाके का दौरा करवा रही है. टीम को तेंदुए को ट्रैंकुलाइज करने के लिए कुछ मेडिसिन की जरूरत है, जिसे बाहर से मंगवाया गया है.
तेंदुए को विभाग ने मानव जीवन के लिए खतरा घोषित किया: डीएफओ दिलीप कुमार ने बताया कि गढ़वा इलाके में घूम रहे तेंदुए को विभाग ने मानव जीवन के लिए खतरा घोषित कर दिया है. आदमखोर घोषित करने के लिए प्रस्ताव जा चुका है और मामले में विभागीय घोषणा की जाएगी. हालांकि इस तेंदुए ने पिछले एक सप्ताह के अंदर किसी इंसान पर हमाल किया हो ऐसी सूचना नहीं मिली है. तुछ दिनों पहले तक तेंदुए को भंडरिया के संगाली के इलाके में देखा गया था. संगाली के बाद से पलामू टाइगर रिजर्व का इलाका शुरू होता है. तेंदुआ एक बार पलामू टाइगर रिजर्व में घुस गया तो उसे खाने की संकट नहीं होगी. वन विभाग द्वारा तेंदुए के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक दर्जन के करीब केज लगाया गया है. कुत्ता तेंदुए का पसंदीदा भोजन में से एक है.
50 स्क्वायर किलोमीटर में वन विभाग ने किया है घेराबंदी: गढ़वा के भंडरिया रंका का और रमकंडा के इलाके में वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़ने के लिए 50 स्क्वायर किलोमीटर के एरिया में घेराबंदी की है. तेंदुए को पकड़ने के लिए 9 टीमों की तैनाती की गई है, जबकि 70 से अधिक हाई रिजोल्यूशन वाले ट्रैकिंग कैमरे भी लगाए गए हैं. 50 स्क्वायर किलोमीटर के एरिया में आधा दर्जन से अधिक ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है. तेंदुए को लेकर इलाके में हाई अलर्ट जारी किया गया है और चप्पे-चप्पे पर वन विभाग की टीम निगरानी रख रही.