गढ़वा: स्थानीय विधायक सह झारखंड के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर तीन माह बाद बुधवार को अपने विधानसभा क्षेत्र लौटे. बुधवार को वह अपने क्षेत्र के सभी प्रखंडों में दौरा शुरू कर दिया है. प्रखंड मुख्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. मंत्री ने कहा कि सरकार के लिए 6 माह का समय हनीमून पीरियड माना जाता है. उनकी सरकार को विरासत के रूप में खाली खजाना और कोरोना मिला है. इसके बाद भी 6 माह में इतना काम किया जो पिछले 6 साल में भी नहीं हुआ था.
मंत्री ठाकुर ने गढ़वा परिसदन में आम लोगों की समस्याएं सुनी. वहीं कार्यकर्ताओं के साथ मंत्रणा भी की. कई प्रशासनिक पदाधिकारियों को भी फोन कर उनसे संबंधित मिल रही शिकायतों में सुधार लाने की चेतावनी दी. वहीं कई अधूरे पड़े कार्यों को पूरा करने का निर्देश दिया. मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार से कोई समझौता नहीं कर रही है. कार्यालयों में एसीबी के छापे इसके उदाहरण हैं.
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सरकार ने रोजगार की नई योजना शहरी रोजगार योजना शुरू की है. जिसमें शहरी बेरोजगारों को 100 घंटे का काम दिया जाएगा. काम नहीं मिलने पर उन्हें बेरोजगारी भत्ता मिलेगा. मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि उन्होंने गढ़वा में अनवरत बिजली, पेयजल, बाईपास सड़क, नए प्रखंड और थाने खोलने, प्रखंडों में इंटर स्तरीय विद्यालय खोलने सहित कई प्रयास किये हैं. उन्होंने अपने विभाग सहित अन्य विकास कार्यों में पूरी गति नहीं आने का कारण खाली खजाना को बताया. कहा कि एजेंसियों पर दबाव नहीं बनाया जा रहा है, क्योंकि सरकार उनके बिल का भुगतान नहीं कर पा रही है.