गढ़वाः गढ़वा पुलिस ने से चिनिया, रमकंडा और रंका के जंगलों में छापामारी अभियान चलाया. इस अभियान के दौरान पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने नक्सली भानु सिंह खरवार को एक महिला मित्र के साथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार नक्सली के पास से एके-47 राइफल भी बरामद हुआ है. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली माओवादी संगठन में जोनल कमांडर था जिसने आत्मसमर्पण कर दिया था और जेल चला गया था. 2020 में जब वह जेल से निकला तो उसने टीपीसी नक्सली संगठन बनाया और गढ़वा और आसपास के इलाकों से लेवी वसूलने लगा.
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चिनिया थाना क्षेत्र के पाल्हे गांव का रहने वाला भानु सिंह खरवार उर्फ भरत लाल उर्फ राजेंद्र बचपन में ही माओवादी नक्सली संगठन से जुड़ गया था. माओवादी संगठन का सब जोनल कमांडर बन गया. पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या, आर्म्स और सीएल एक्ट सहित कई प्राथमिकी चिनिया थाने में दर्ज किए. पुलिस ने जब सख्त कार्रवाई शुरू की तो साल 2016 में उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और जेल चला गया. लेकिन साल 2020 में जेल से छूटने के बाद एक बार फिर से उसने आतंक का रास्ता अपनाया और टीपीसी नाम से नक्सली संगठन बनाकर लेवी वसूलने लगा.
माओवादी संगठन में रखते हुए नक्सली भानु सिंह खरवार ने मारपीट, अपहरण और हत्या जैसी कई घटनाओं को अंजाम दिया. उसके खिलाफ थाना में 6 प्राथमिकी दर्ज किए गए थे. इससे पिछले दो सालों में उसके खिलाफ 8 प्राथमिकी दर्ज की गई.
एसपी अंजनी कुमार झा ने बताया कि भानु सिंह खरवार को गिरफ्तार करने को लेकर एसआईटी गठित किया. रंका अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुदर्शन कुमार के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने छापेमारी अभियान शुरू किया. उन्होंने कहा कि रविवार की सुबह रंका थाना क्षेत्र के कर्री जंगल में सर्च अभियान चलाया गया. इस अभियान के दौरान भानु सिंह अपने महिला मित्र और नक्सली वृंदा कुमारी के साथ भागने का प्रयास किया. लेकिन पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली के पास से एक एके-47 राइफल, मैगजीन, 20 जिंदा कारतूस, एक देसी कट्टा सहित कई समान बरामद किया गया है.