गढ़वा: लॉकडाउन में किसानों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मुहैया कराने के लिए सरकार और प्रशासन कटिबद्ध है. लेकिन बाजार समिति स्थित धान क्रय केंद में एफसीआई के पदाधिकारियों और कर्मचारियों की मनमानी की वजह से किसानों का हजारों क्विंटल धान खुले आसमान में पड़ा हुआ है.
किसानों का आरोप है कि पैसा लेकर व्यापारियों के धान का क्रय किया जा रहा है. छोटे किसान 5-6 दिनों से भूखे प्यासे दिन-रात अपने धान की पहरेदारी कर रहे हैं. लेकिन केंद्र में एफसीआई के कर्मचारियों की मनमनी की वजह से किसान परेशान हैं. बता दें कि जिला मुख्यालय के बाजार समिति स्थित एफसीआई के गोदाम में किसानों के लिए धान क्रय केंद की सुविधा दी गयी है, ताकि उन्हें लॉकडाउन के दौरान भी धान बेचने की सुविधा मिले और पैसे कमा सके. लेकिन एफसीआई के पदाधिकारियों और कर्मचारियों की मनमानी की वजह से किसानों का धान कई दिनों से जमीन पर खुले आसमान में पड़ा हुआ है.
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बता दें कि व्यापारी वर्ग के लोग कुछ किसानों का आईडी प्राप्त कर 500-600 क्विंटल धान का विक्रय बेरोकटोक कर रहे हैं जबकि 50 से 100 क्विंटल वाले किसानों का धान नहीं लिया जा रहा है. वहीं, एफसीआई के क्रय पदाधिकारी सूर्य प्रकाश ने कहा कि मैसेज देने के बाद काफी किसान एक साथ धान लेकर पहुंच गए. सबकी लिस्ट बनाई गई है. लिस्ट के सीरियल के अनुसार धान का क्रय किया जाएगा. दो दिनों के अंदर जमीन पर पड़े सभी धान खरीद लिए जाएंगे. वहीं, उन्होंने कहा कि उनकी ओर से किसी तरह की लापरवाही अथवा मनमानी नहीं की जा रही है.