गढ़वाः शनिवार को डीसी राजेश पाठक और एसपी श्रीकांत एस खोटरे ने बरडीहा के सलगा गांव पहुंचे और ग्रामीणों और पुलिस के बीच हुई मारपीट की घटना की जांच की. बता दें कि 23 मार्च को विवादित जमीन पर लगे फसल काटने प्रशासन और पुलिस की टीम पहुंची थी, जिसका विरोध ग्रामीणों ने किया. इसी दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच जमकर मारपीट हुई. इस घटना को मुख्यमंत्री भी गंभीरता से लिया था.
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मारपीट के मामले को झारखंड सीएम हेमंत सोरेन ने गंभीरता से लेते हुए जांच का निर्देश दिया, ताकि ग्रामीणों के साथ अन्याय ना हो. सीएम के आदेश पर गढ़वा के डीसी और एसपी ने घटना की जांच की. जांच के दौरना दोनों पक्षों के लोगों के साथ साथ पुलिस प्रशासन से भी से पूछताछ की हैं.
विवादित जमीन पर फसल काटने को लेकर हुआ था विवाद
गांव में दो पक्षों के बीच एक एकड़ भूमि को लेकर विवाद था. पहला पक्ष जगदीश यादव ने विवादित जमीन को लेकर एसडीओ कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसपर कोर्ट ने धारा 144 लगा दिया था. इसके बावजूद दूसरे पक्ष भरदुल यादव, राममूरत यादव, कृष्णा यादव ने विवादित जमीन पर धान की फसल लगाकर काट ली. इसके बाद गेहूं की फसल लगा दी. वहीं, प्रशासन ने विवाद को खत्म करने के लिए जमीन की मापी कराई, जिसमें दो एकड़ 94 डिसमिल जमीन गैरमजरूआ मिला. इस गैरमजरूआ जमीन में विवादित जमीन भी शामिल है. इसके बाद बरडीहा के बीडीओ सह सीओ नंदजी राम ने विवादित जमीन पर लगे फसल को काटकर अंचल कार्यालय लाने का निर्देश दिया था. इस निर्देश के आलोक में 23 मार्च को प्रशासन और पुलिस की टीम फसल कटवाने पहुंची, जिसका विरोध दूसरे पक्ष के लोगों ने किया. इस दौरान पुलिस पर पत्थर और लाठी चलाई गई, जिसके जवाब में पुलिस भी कार्रवाई की और पुलिस पर हमले के आरोप में एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया.