गढ़वा: जिला को नक्सल मुक्त बनाने की योजना में लगे सीआरपीएफ के एक जवान मनीष कुमार सिंह की मौत सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. खबर मिलते ही सीआरपीएफ के अधिकारी अस्पताल पहुंचे. वहीं, पोस्टमार्टम और गार्ड ऑफ ऑनर के बाद जवान के शव को उसके पैतृक आवास भेज दिया गया.
रविवार की शाम पुलिस लाइन स्थित सीआरपीएफ कैंप में ड्यूटी पर जाते समय अपनी पत्नी से यह कहकर निकले थे कि आज ऑफिस को दूसरे जगह शिफ्ट करना है, ड्यूटी से कब लौटेंगे यह कह नहीं सकता. सोमवार की सुबह टहलने निकले लोगों ने उन्हें चिनिया रोड में झाड़ी के किनारे गिरे पड़ा देखा. बगल में उनकी क्षतिग्रस्त मोटरसाइकिल भी पड़ी थी.
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लोगों ने उन्हें उठाकर हॉस्पिटल पहुंचाने का प्रयास किया, लेकिन वे जीवित नहीं थे. जानकारी के अनुसार तेज रफ्तार कोई भारी वाहन के धक्के से जवान बाइक सहित झाड़ी में जा गिरे. इस कारण उन्हें रात में राहगीर भी नहीं देख सके और उनकी मौत हो गई.
सूचना मिलते ही पुलिस और सीआरपीएफ के जवान वहां पहुंच गए और उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया. पोस्टमार्टम के बाद उनके शव को सीआरपीएफ कैंप लाया गया और उन्हें अंतिम सलामी दी गई, उसके बाद उनके शव को उनके आवास धनबाद भेज दिया गया.