गढ़वा: जिले में तैनात सीआरपीएफ नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवाओं को मुख्यधारा में लाने के लिए कई तरह के प्रयास कर रही है. इसी क्रम में सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत अति उग्रवाद प्रभावित बड़गड प्रखंड के बरकोल गांव के मैदान में फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया गया. इस टूर्नामेंट में 5 गांवों की टीमों ने भाग लिया है. इस आयोजन में ग्रामीण युवाओं को उत्साहित देखा गया.
झारखंड का बरकोल गांव छत्तीसगढ़ की सीमा से जुड़ा है. इस इलाके में कभी नक्सलियों की मर्जी के बिना पत्ता तक नहीं हिलता था. सीआरपीएफ के प्रयास के बाद नक्सलियों का भय धीरे-धीरे कम होने लगा और युवा भी खुलकर सामने आने लगे. शनिवार को नक्सल प्रभावित कुल्ही, संघाली, बरकोल, बड़गड और मदगडी गांव के बीच फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. फाइनल मैच बरकोल और बड़गड के बीच खेला गया, जिसमें बड़गड की टीम विजयी हुई.
सम्मानित किए गए सभी खिलाड़ी
सीआरपीएफ 172 बटालियन के कमांडेंट आशीष कुमार झा और एसपी श्रीकांत इस खोटरे ने सभी खिलाड़ियों को मेडल प्रदान कर सम्मानित किया. उसके बाद विजेता और उपविजेता टीम को शील्ड प्रदान किया गया. कार्यक्रम में सीआरपीएफ बरकोल पिकेट के असिस्टेंट कमांडर गिरिधर सिंह, टुवाईसी जेपी सिंह, डिप्टी कमांडेंट डीबी यादव, असिस्टेंट कमांडेंट अश्विनी कुमार, तूलिका सिन्हा, डॉ. देवाशीष शाहा, रंका एसडीपीओ मनोज कुमार, भंडरिया थाना प्रभारी कृष्ण कुमार सहित कई लोग मौजूद थे.
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इस मौके पर कमांडेंट आशीष कुमार झा और एसपी श्रीकांत एस. खोटरे ने कहा कि इस क्षेत्र में प्रतिभा की कमी नहीं है. इसे निखारने के प्रयास किया जा रहा है. सीआरपीएफ के प्रयास से इस क्षेत्र में नक्सलियों का भय समाप्त हो रहा है.