गढ़वा: लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर गरीबों पर पड़ रहा है. इसमें वैसे गरीब ज्यादा परेशान हो रहे हैं जिनका जीवन भिक्षाटन पर टिका है. इसी श्रेणी के कुछ लोग लॉकडाउन में फंस गए और दो-तीन दिनों से बिना खाए घूम रहे थे. सूचना मिलने पर संबंधित प्रखंड के बीडीओ ने तत्काल उनके लिए खाना उपलब्ध कराया और बाकी दिनों के लिए राशन दिया गया.
यह मामला गढ़वा के भवनाथपुर प्रखंड के चपरी गांव का है. जिसमें 10 परिवार के करीब 50 लोग रहते हैं. उनके जीवन का आधार भिक्षाटन है. लॉकडाउन के दौरान उनका घर से निकलना मुश्किल हो गया. भूख से बिलखते लोग मुखिया से याचना करने गए. मुखिया ने उन्हें डांटकर भगा दिया. जिसके बाद पूरे परिवार ने भवनाथपुर के बीडीओ उमेश मंडल से मुलाकात की.
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बीडीओ ने तत्काल चपरी स्कूल में उन्हें खाना खिलाया और सभी परिवारों को राशन उपलब्ध कराया. बीडीओ ने उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा कि जब जरूरत हो तुरंत याद करें, राशन की कमी नहीं होने दी जाएगी. इसी तरह खरौंधी प्रखंड के बैतरी मोड़ पर भी मुसहर जाति के 6 परिवार रहते हैं. उनके सामने भी यही समस्या थी. वहां के बीडीओ सिद्धार्थ शंकर यादव ने उन्हें राहत पहुंचाया. साथ ही कहा कि भूख से किसी को मरने नहीं दिया जाएगा.