घाटशिला: जिला के विभिन्न जंगलों से गजराज का अपने झुंड से बिछड़कर गांवों और कस्बों के रिहायसी इलाकों में आने का शिलशिला लगातार जारी है, जहां कई जगह जंगल से भटककर आए इन हाथियों ने ग्रामीणों के घरों को तोड़ने और फसलों को बर्बाद करने के साथ-साथ लोगों की जान भी ले रहे है.
वहीं, कभी-कभी ये जंगल में अपने दलों से भटककर गांव पहुंचने वाले बेजुबान हाथी ग्रामीणों के कोपभाजन का शिकार भी होते है. ऐसा ही मामला घाटशिला के चाकुलिया प्रखंड के मुड़ाल गांव में देखने को मिला है, जहां चाकुलिया वन क्षेत्र के जंगलों से अपने साथियों से भटककर हाथी भोजन की तालाश में इस गांव में पहुंच गया.
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वन विभाग लापरवाह
जिसे देखते ही लोगों की काफी भीड़ जुट गई और ग्रामीणों ने इसकी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दिया लेकिन वन विभाग के अधिकारियों की तरफ से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिलने के बाद ग्रामीण काफी नाराज हुए और अपना सारा गुस्सा जंगल से भटक कर गांव पहुंचे इस बेजुबान हाथियों पर उतारते दिखे.
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ग्राीमोणों ने हाथी पर किया हमला
लोगों ने लाठी डंडे से इस हाथी पर हमला करना शुरू कर दिया, इसके अलावा बांस में कपड़ा बांधकर मशाल बनाकर इसमें आग लगाकर धधकते आग से जलाना शुरू कर दिया और यह शिलशिला कई घंटों तक लगातार जारी रहा. इस दौरान ग्रामीणों के इस अमानवीय हड़कत को यह बेजुबान हाथी सहता रहा और भागता रहा. अब सवाल यह उठता है कि जिनके ऊपर जंगलों और इन महत्वपूर्ण जंगली जानवरों की रक्षा की जिम्मेदारी है, वह वन विभाग आखिर ग्रामीणों के द्वारा जानकारी मिलने के बाद भी गांव क्यों नहीं पहुंचा.