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पोटका विधानसभा सीट पर मुकाबला हुआ त्रिकोणीय, पहली बार आजसू ने उतारा उम्मीदवार

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Published : Nov 19, 2019, 10:44 AM IST

जमशेदपुर के पोटका विधानसभा सीट पर इस बार का मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. यहां से आजसू ने पहली बार उम्मीदवार उतारा है, जो बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है.

पोटका विधानसभा सीट पर मुकाबला हुआ त्रिकोणीय

जमशेदपुर: पोटका विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी, जेएमएम और आजसू के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. 10 सालों से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है, लेकिन इस बार की लड़ाई किसी के लिए भी आसान नहीं दिख रही है.

देखें पूरी खबर

झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र के पोटका विधानसभा सीट पर बीजेपी को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा.


कब किसने मारी बाजी

  • 2004 में जेएमएम ने इस इस सीट से जीत दर्ज की थी .
  • 2009 में बीजेपी की मेनका सरदार ने कब्जा जमाया था.
  • 2014 में मेनका ने जेएमएम के संजीव सरदार को हराकर फिर से जीत हासिल की.


इस बार आजसू पार्टी, बीजेपी से अलग होकर चुनाव लड़ रही है. आजसू ने पोटका विधानसभा सीट से बुलू रानी को मैदान में उतारा है. वर्तमान में बुलू रानी जिला परिषद अध्यक्ष भी हैं. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि होने के नाते वह क्षेत्र की समस्याओं से रूबरू होती रही हैं, जिसे दूर किया जाएगा. उन्होंने कहा है कि पोटका विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य एक बड़ी समस्या है, जिसे वो जीतने के बाद हर हाल में पूरा करेंगी. उधर उनके खिलाफ बीजेपी प्रत्याशी मेनका सरदार ने इस बार भी चुनाव जीतने का दावा किया है.

इसे भी पढ़ें:- फुरकान अंसारी ने महागठबंधन की सरकार बनाने का किया दावा, सरयू राय को समर्थन देने की कही बात

वहीं, जेएमएम प्रत्याशी संजीव सरदार ने कहा है कि 2014 में चुनाव हारने के बाद वह लगातार पोटका विधानसभा क्षेत्र की जनता के सुख-दुख में शामिल रहे हैं. इसबार के चुनाव में उन्हें पूरा विश्वास है कि जनता उन्हें जीताकर विधानसभा भेजेगी.

बहरहाल पोटका विधानसभा सीट से जीवीएम, बीजेपी, आजसू और जेएमएम चारों पार्टियों के प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, लेकिन यहां से पहली बार आजसू ने भी अपना उम्मीदवार उतारा है, जो बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती है.

जमशेदपुर: पोटका विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी, जेएमएम और आजसू के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. 10 सालों से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है, लेकिन इस बार की लड़ाई किसी के लिए भी आसान नहीं दिख रही है.

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झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र के पोटका विधानसभा सीट पर बीजेपी को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा.


कब किसने मारी बाजी

  • 2004 में जेएमएम ने इस इस सीट से जीत दर्ज की थी .
  • 2009 में बीजेपी की मेनका सरदार ने कब्जा जमाया था.
  • 2014 में मेनका ने जेएमएम के संजीव सरदार को हराकर फिर से जीत हासिल की.


इस बार आजसू पार्टी, बीजेपी से अलग होकर चुनाव लड़ रही है. आजसू ने पोटका विधानसभा सीट से बुलू रानी को मैदान में उतारा है. वर्तमान में बुलू रानी जिला परिषद अध्यक्ष भी हैं. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि होने के नाते वह क्षेत्र की समस्याओं से रूबरू होती रही हैं, जिसे दूर किया जाएगा. उन्होंने कहा है कि पोटका विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य एक बड़ी समस्या है, जिसे वो जीतने के बाद हर हाल में पूरा करेंगी. उधर उनके खिलाफ बीजेपी प्रत्याशी मेनका सरदार ने इस बार भी चुनाव जीतने का दावा किया है.

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वहीं, जेएमएम प्रत्याशी संजीव सरदार ने कहा है कि 2014 में चुनाव हारने के बाद वह लगातार पोटका विधानसभा क्षेत्र की जनता के सुख-दुख में शामिल रहे हैं. इसबार के चुनाव में उन्हें पूरा विश्वास है कि जनता उन्हें जीताकर विधानसभा भेजेगी.

बहरहाल पोटका विधानसभा सीट से जीवीएम, बीजेपी, आजसू और जेएमएम चारों पार्टियों के प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, लेकिन यहां से पहली बार आजसू ने भी अपना उम्मीदवार उतारा है, जो बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती है.

Intro:जमशेदपुर।

विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर के पोटका विधानसभा क्षेत्र में भाजपा जेएमएम और आजसू के बीच त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिल रहा है 10 वर्षों से इस सीट पर कब्जा जमाने वाली भाजपा के लिए इस बार चुनाव जीतना एक बड़ी चुनौती होगी ।


Body:झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर लोकसभा का पोटका विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा ।दस वर्षों से इस सीट पर कब्जा जमाने वाली पार्टी भाजपा का सीधा मुकाबला आजसू और जेएमएम से है।
आपको बता दे की 1999 में पोटका विधानसभा भाजपा के खाते में था
2004 में जेएमएम ने इस पर जीत सुनिश्चित की ।
2009 में भाजपा की मेनका सरदार ने जीत दर्ज की
2014 में मेंनका ने जेएमएम के संजीव सरदार को हराकर फिर से विधायक बनी ।
इस बार भाजपा से अलग होने के बाद आजसू ने अपना प्रत्यासी बुलु रानी को चुनावी मैदान में उतारा है जो ज़िला परिषद अध्यक्ष है।
भाजपा की प्रत्यासी मेंनक सरदार ने इस बार भी चुनाव जितने का दावा किया है ।
इधर आजसू की प्रत्यासी बुलु रानी ने कहा है कि पंचायत प्रतिनिधि होने के नाते वह क्षेत्र की समस्याओं से रूबरू होती रही हैं उन्होंने कहा है कि पोटका विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य एक बड़ी समस्या है जिसे वो जीतने के बाद हर हाल में पूरा करेंगे उन्हें भरोसा है कि जनता का उन्हें समर्थन मिलेगा
बाईट बुलु रानी प्रत्यासी आजसू
वही जेएमएम के प्रत्याशी संजीव सरदार ने कहा है कि 2014 में चुनाव हारने के बाद वह लगातार टोटका विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच रहे हैं और उनके सुख-दुख में शामिल हुए हैं उन्हें पूरा विश्वास है कि इस बार जनता उनका कर ज्यादा करेगी।
बाईट संजीव सरदार प्रत्यासी जेएमएम।


Conclusion:बहरहाल पोटका विधानसभा क्षेत्र में जीवीएम भाजपा आजसू और जेएमएम चारों राजनैतिक पार्टियों के प्रत्याशी चुनावी मैदान में है लेकिन पहली बार आजसू इस विधानसभा सीट के लिए अपनी दावेदारी की है जो भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती है
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