जमशेदपुर: पोटका विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी, जेएमएम और आजसू के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. 10 सालों से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है, लेकिन इस बार की लड़ाई किसी के लिए भी आसान नहीं दिख रही है.
झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र के पोटका विधानसभा सीट पर बीजेपी को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा.
कब किसने मारी बाजी
- 2004 में जेएमएम ने इस इस सीट से जीत दर्ज की थी .
- 2009 में बीजेपी की मेनका सरदार ने कब्जा जमाया था.
- 2014 में मेनका ने जेएमएम के संजीव सरदार को हराकर फिर से जीत हासिल की.
इस बार आजसू पार्टी, बीजेपी से अलग होकर चुनाव लड़ रही है. आजसू ने पोटका विधानसभा सीट से बुलू रानी को मैदान में उतारा है. वर्तमान में बुलू रानी जिला परिषद अध्यक्ष भी हैं. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि होने के नाते वह क्षेत्र की समस्याओं से रूबरू होती रही हैं, जिसे दूर किया जाएगा. उन्होंने कहा है कि पोटका विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य एक बड़ी समस्या है, जिसे वो जीतने के बाद हर हाल में पूरा करेंगी. उधर उनके खिलाफ बीजेपी प्रत्याशी मेनका सरदार ने इस बार भी चुनाव जीतने का दावा किया है.
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वहीं, जेएमएम प्रत्याशी संजीव सरदार ने कहा है कि 2014 में चुनाव हारने के बाद वह लगातार पोटका विधानसभा क्षेत्र की जनता के सुख-दुख में शामिल रहे हैं. इसबार के चुनाव में उन्हें पूरा विश्वास है कि जनता उन्हें जीताकर विधानसभा भेजेगी.
बहरहाल पोटका विधानसभा सीट से जीवीएम, बीजेपी, आजसू और जेएमएम चारों पार्टियों के प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, लेकिन यहां से पहली बार आजसू ने भी अपना उम्मीदवार उतारा है, जो बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती है.