जमशेदपुर: बिरसानगर थाना क्षेत्र में 21 जुलाई की रात अधिवक्ता प्रकाश कुमार के हत्या मामले में पुलिस ने सरगना अमूल्यो कर्मकार और घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसएसपी ने बताया है कि व्यक्तिगत कारणों से घटना को अंजाम दिया गया है, हत्या के लिए सरगना ने 3 लाख का एडवांस दिया गया था.
जमशेदपुर बिरसानगर थाना क्षेत्र अंतर्गत 21 जुलाई की रात जोन नंबर 1 बी हरि मंदिर में अधिवक्ता प्रकाश कुमार की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए क्षेत्र के ही रहने वाले जमीन कारोबारी अमूल्यो कर्मकार, राम रविदास और विश्वनाथ मुंडा को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही अधिवक्ता के सिर पर प्रहार करने के लिए इस्तेमाल किया गया लोहे के रॉड को भी नदी किनारे झाड़ी से बरामद कर लिया गया है, जबकि चाकू की बरामदगी नहीं हो पाई है. जिसकी तलाश जारी है.
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एसएसपी ने दी जानकारी
एसएसपी ने बताया कि अधिवक्ता प्रकाश कुमार ने क्षेत्र में रहने वाले जमीन कारोबारी अमूल्यो कर्मकार को परेशान करता था, अमूल्यो कर्मकार के किसी भी काम में प्रकाश कुमार बाधा डालने का काम करता था, किसी जमीन में काम करने पर वहां धारा 144 लगवा देता था. इसके साथ ही अमूल्यो पर धारा 107 लगाकर उसे फंसाया जाता था. अमूल्यो कर्मकार बिरसा सेवा दल का सदस्य हैं, पिछले दिनों सेवा दल के एक जमीन का समतलीकरण करने के काम में अधिवक्ता ने बाधा डाला था और पैसे की मांग कर रहा था. जिसके कारण अमूल्यो कर्मकार प्रकाश कुमार से बदला लेना चाहता था. एसएसपी ने बताया है कि अधिवक्ता प्रकाश कुमार क्षेत्र में रहने वाले राम रविदास और विश्वनाथ मुंडा के हरि मंदिर में आने पर उन्हें जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल कर भगा देता था. जिसके कारण उनमें भी प्रकाश कुमार के प्रति आक्रोश था, राम रविदास को घर बनाने के लिए पैसे की जरूरत पड़ी, राम रविदास और विश्वनाथ मुंडा अमूल्यो कर्मकार से मिले और पैसे की मांग की. जिसके बाद अमूल्यो कर्मकार, राम रविदास और विश्वनाथ मुंडा ने तय किया कि तीनों प्रकाश कुमार की हरकत से परेशान और पीड़ित हैं. 3 लाख में प्रकाश कुमार की हत्या के लिए सौदा तय कर लिया गया और अमूल्यो कर्मकार ने राम रविदास और विश्वनाथ मुंडा को एडवांस में 20 हजार दे दिए. एडवांस लेने के बाद रविदास और विश्वनाथ मौके की तलाश में थे और 21 जुलाई की रात हरिमंदिर में अधिवक्ता प्रकाश कुमार को अकेला बैठा देख लोहे के रॉड से उसके सिर पर पीछे से प्रहार कर दिया, उसके बाद विश्वनाथ मुंडा ने प्रकाश कुमार की चाकू से गला रेत कर हत्या कर फरार हो गए.
पुलिस ने बरामद किए पैसे
एसएसपी ने बताया कि घटना की रात अमूल्यो कर्मकार का नाम सामने आने पर उसे हिरासत में लिया गया और पूछताछ में अमूल्यों कर्मकार ने अधिवक्ता से बदला लेने की बात स्वीकार करते हुए पूरी जानकारी दी है. पुलिस ने रविदास और विश्वनाथ को गिरफ्तार कर लिया है. घटना के दौरान अमूल्यो कर्मकार मौजूद नहीं था. इधर, रविदास और विश्वनाथ साक्ष्य छिपाने के लिए अपने कपड़े को जलाने के प्रयास में थे, लेकिन इसके पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया, साथ ही कपड़े को बरामद कर एडवांस में लिए गए 20 हजार में 19 हजार 9 सौ रुपये बरामद किए हैं.