जमशेदपुर: टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन ने आउटडोर ट्रैकिंग में दो माउंटेनियरिंग और ट्रैकिंग एक्पेडिशन को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है. अभियान का उद्देश्य ट्रैकिंग प्रेमियों को कंफर्ट जोन से बाहर निकालना, उनकी शारीरिक और मानसिक सीमाओं का परीक्षण करना, सहयोग की भावना उत्पन्न करना, चुनौतीपूर्ण शिखर तक पहुंचना और लेह क्षेत्र की वादियों में अलौकिक प्रकृति का अन्वेषण करना था.
अभियान के दौरान टीम को खराब मौसम, तेज हवाओं, अत्यधिक ऊंचाई की चुनौतियों के साथ-साथ रास्ते में बर्फबारी का भी सामना करना पड़ा. इसके बावजूद ट्विन पीक चैलेंज के 6000 मीटर की दो चोटियां पर चढ़ने और शाम वैली ट्रैक में सफलता पाई.
दो चोटियों पर प्रतिभागियों को चढ़ना था
ट्विन पीक चैलेंज अभियान का लक्ष्य लेह क्षेत्र में 6000 मीटर की दो चोटियों कांग यात्जे-2 (6270 मीटर) और जो जोंगो (6240 मीटर) पर चढ़ना था. इस अभियान में टाटा स्टील के कर्मचारियों के साथ साथ आम लोग भी शामिल थे. टीम ने लेह की चिलिंग से चढ़ाई शुरू की. इस टीम का नेतृत्व मान्यता प्राप्त इंस्ट्रक्टर अस्मिता दोरजी, धर्मेंद्र सिंह, राठू महतो और सुशांतो महतो कर रहे थे. इस अभियान में चार टीएसएएफ इंस्ट्रक्टर के साथ आठ प्रतिभागी शामिल थे. इसमें सात प्रतिभागियों ने पहली चोटी (कांग यात्जे-2) पर चढ़ने में सफल हुए और 10 प्रतिभागियों ने दूसरी चोटी (जो जोंगो) पर सफलतापूर्वक चढ़ाई पूरी की. इसमें अरुण प्रताप सिंह, अनुराग मालू, विशाल कुल्लू, पंकज कुमार शर्मा, राहुल राज सिंह ने कांग यात्जे-2 की चोटी पर चढ़े. वहीं, दूसरी चोटी पर अरुण प्रताप सिंह, अनुराग मालू, विशाल कुल्लू, आलोक कुमार, नीति गुप्ता, पल्लवी मरियम सफल रहे.
बिगिनर्स के लिए आयोजन
शाम वैली ट्रेक का आयोजन ट्रैकिंग के बिगिनर्स के लिए आयोजन किया गया था. टीएसएएफ इंस्ट्रक्टर एनएस पंवार, मोहन रावत, पूनम राणा (एवेरस्टर) और रणदेब के साथ 13 सदस्यीय टीम का नेतृत्व बछेंद्री पाल ने किया. ट्रैक के दौरान अधिकतम ऊंचाई 12,850 फीट थी.