जमशेदपुर: कोरोना को लेकर देश में किए गए लॉकडाउन के कारण कई प्रदेशों के लोग जहां-तहां फंसे हुए हैं. झारखंड के भी कई छात्र, मजदूर और कामगार अन्य जगहों पर फंसे हुए हैं, जिन्हें सरकार से कोई मदद नहीं मिल पा रही है. जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा के विधायक के प्रयास से राजस्थान के कोटा से 12 छात्र को झारखंड लाया गया. छात्रों के परिजनों ने झारखंड सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर की है.
झारखंड के जमशेदपुर के अलावा कई जिलों के रहने वाले 12 छात्र राजस्थान के कोटा से घर वापस लौटे हैं. सभी छात्र कोटा में पढ़ाई करने गए थे. जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा के विधायक सरयू राय की मदद से सभी छात्र-छात्रा कोटा से अपने घर लौटे हैं. लौटने वाले स्टूडेंट्स गोड्डा, दुमका और जमशेदपुर के रहने वाले हैं.
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जमशेदपुर लौटी छात्रा के परिजन सीटा मुंडा ने बताया है कि लॉकडाउन होने से वो अपनी बेटी को लेकर काफी डिप्रेशन में थे कि बेटी राजस्थान कोटा से कैसे लौटेगी. उन्होंने बताया है कि बेटी को वापस लाने के लिए झारखंड सरकार, केंद्र सरकार, जिला प्रशासन सबसे मदद मांगी गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई, फिर जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय से मदद मांगी गई और उनकी पहल से कोटा में ट्रेवल एजेंसी के जरिये छात्र अपने घर लौटे हैं. वहां अभी भी कई छात्र फंसे हैं, जो डिप्रेशन में हैं, लेकिन राज्य सरकार कोई पहल नहीं कर रही है. ऐसे में सरकार से भरोसा उठ गया है.
इधर राजस्थान से लौटी छात्रा स्नेहलता ने बताया कि वह कोटा में मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं, लॉकडाउन के शुरु होते ही वो केंद्र सरकार और झारखंड के मुख्यमंत्री को झारखंड लाने के लिए कई बार ट्वीट किया, लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला. छात्रा ने बताया कि दूसरे प्रदेश की सरकार ने कोटा से छात्रों को लाने की व्यवस्था की, लेकिन झारखंड सरकार ने छात्रों को लाने के लिए कोई पहल नहीं की, विधायक सरयू राय की पहल से छात्र अपने घर लौटे हैं.