जमशेदपुर: घाघीडीह सेंट्रल जेल में भाई-बहन के रिश्ते के पवित्र त्योहार रक्षाबंधन के दिन जेल में बंद कैदियों को उनकी बहनें राखी नहीं बांध पाई. कोरोना संक्रमण को देखते हुए जेल प्रशासन द्वारा पूर्व में ही नोटिस लगाया गया था कि बाहर से किसी भी सामान के अंदर जाने पर अगले आदेश तक रोक लगाई गई है. सोमवार की सुबह से कई बहनें राखी लेकर सेंट्रल जेल पहुंचीं, लेकिन उन्हें अपने भाई को राखी बांधे बिना ही वापस लौटना पड़ा है.
बता दें कि वर्तमान में घाघीडीह सेंट्रल जेल में 1700 कैदी सजा काट रहे हैं, जिनमें महिला कैदी भी शामिल हैं इनकी संख्या 60 के लगभग है. कोविड 19 को देखते हुए जेल प्रशासन द्वारा कैदियों से मिलने के उनके परिजनों के लिए ई मुलाकात की सुविधा मुहैया कराई गई है. जेल में मुलाकात करने पर पूरी तरह रोक लगाई गई है. घाघीडीह सेंट्रल जेल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार जेल संक्रमण न फैले इसके लिए ऐतिहात बरते जा रहे हैं.
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यही वजह है कि अभी तक कोई भी कैदी संक्रमित नहीं पाया गया है. इसके साथ ही जेलकर्मी भी सक्रमित नहीं हुए हैं. सुरक्षा को देखते रक्षाबंधन में सावधानी बरतते राखी को अंदर भेजने और अंदर जाकर बंधने पर रोक लगाई है, जिससे जेल में मौजूद कैदी सुरक्षित रह सके.