जमशेदपुर: शहर में स्थित टाटा स्टील से निकलने वाले एलडी स्लैग का इस्तेमाल बोर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआईओ) भारत की सीमावर्ती क्षेत्रों में सेना के लिए सड़क बनाने वाली भारत सरकार की एजेंसी को सप्लाइ करेगी. इसके जरिये बोर्डर रोड आर्गेनाइजेशन सड़कों को बनाने में इसका इस्तेमाल करेगी (Road Formation Through Tata Steel LD slag). टाटानगर रेलवे स्टेशन से अरुणाचल प्रदेश के लिए पहला रैक रवाना किया गया. वर्चुअल तरीके से केंद्रीय साइंस व टेक्नॉलॉजी मंत्री डॉ जीतेंद्र सिंह (Science and Technology Minister Dr Jitendra Singh) ने इसको हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
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एलडी स्लैग का इस्तेमाल रोड बनाने में: जमशेदपुर में स्थापित सौ साल पुरानी टाटा स्टील (Tata Steel of Jamshedpur) से निकलने वाली एलडी स्लैग का इस्तेमाल अब देश के विभिन्न प्रदेश में सड़क बनाने के लिए किया जाएगा. जिसे बोर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआईओ) भारत की सीमावर्ती क्षेत्रों में सेना के लिए सड़क बनाने वाली भारत सरकार की एजेंसी को सप्लाइ करेगी. जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर 4 से एलडी स्लैग का 21 रैक अरुणाचल प्रदेश के लिए रवाना हुआ, जिसे वर्चुअल तरीके से केंद्रीय साइंस व टेक्नॉलॉजी मंत्री डॉ जीतेंद्र सिंह ने इसको हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. जबकि टाटानगर रेलवे स्टेशन से इस मौके पर टाटा स्टील के वीपी आयरन मेकिंग उत्तम सिंह, काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रीयल रिसर्च (सीएसआइआर), सीआरआरआई के निदेशक मनोरंजन परिदा, सीआरआई सतीश पांडेय, टाटा स्टील के आइबीएमडी के इआइसी राजेश कुमार, डायरेक्टर वर्क्स प्लानिंग नवीन कुमार शाह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है.
अरुणाचल प्रदेश में 21 रैक रवाना: आपको बता दें कि टाटा एग्रिटो के नाम से एक नया ब्रांड स्लैग का तैयार किया गया है, जिसके जरिये सड़कों का निर्माण किया जायेगा. इस मौके पर टाटा स्टील के वीपी आयरन मेकिंग उत्तम सिंह ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में 21 रैक को रवाना किया गया है. उन्होंने बताया कि स्लैग की सारी टेस्टिंग हो चुकी है और स्लैग को सड़कों को बनाने में इस्तेमाल किया जायेगा. इससे जीरो वेस्ट और वेस्ट से बेहतर इस्तेमाल करने की दिशा में अहम कदम होगा.
वेस्ट का बेहतर इस्तेमाल: उत्तम सिंह ने बताया कि इस तरह के प्रोडक्ट कचड़ा के तौर पर माना जाता था लेकिन अब इसका बेहतर इस्तेमाल हो सकेगा. इससे स्टेट हाइवे, रुरल रोड, नेशनल हाइवे समेत अन्य स्थानों पर इसका इस्तेमाल होगा. टाटा स्टील के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश में बोर्डर रोड आर्गेनाइजेशन के प्रोजेक्ट को 1200 टन तक की सप्लाई की जायेगी.