जमशेदपुरः यूक्रेन में रूस के हमले के बाद वहां रहने वाले भारतीय नागरिकों में भय का माहौल है. जमशेदपुर से यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गई राशिका खेमका ने ईटीवी भारत से वहां के हालात को साझा करते हुए भारत सरकार से सुरक्षित वापसी के लिए अपील की है. राशिका के परिजन ने बताया कि जल्द ही यूक्रेन में जल्द ही इंटरनेट सेवा भी बंद होने वाली है, जिससे कम्यूनिकेशन बंद होने का डर है.
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जमशेदपुर के बाराद्वारी के रहने वाले व्यवसायी संजय खेमका की बेटी राशिका खेमका यूक्रेन के ओडेसा में फंसी है. यूक्रेन पर रूस के हमले की खबर से जमशेदपुर में रहने वाला राशिका के परिजन परेशान हैं, उनमें भय का माहौल है. राशिका यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई करती है. एमबीबीएस के पांच साल के कोर्स में यह उसका अंतिम साल है. इस दौरान युद्ध होने से उसकी पढ़ाई भी बंद है. परिजन लगातार उससे फोन से संपर्क में हैं.
राशिका खेमका ने ईटीवी भारत से वीडियो कॉल के जरिए वहां के ताजा हालात के बारे में जानकारी दी है. उसने बताया कि वह जिस फ्लैट में रहती है, उसकी दीवारों पर भी हमले के बाद दरारें पड़ गयी हैं. राशिका ने बताया कि पूरा शहर सील कर दिया गया है, मार्केट पूरी तरह बंद है, उसके पास अब दो तीन दिन का राशन बचा हुआ है. वहां की सरकार उससे संपर्क कर फ्लैट में रहने को कहा है और यह जानकारी दी है कि जल्द ही उन्हें सुरक्षित भेजा जाएगा. उसने बताया कि यूक्रेन में 8 हजार भारतीय स्टूडेंट्स फंसे हैं. राशिका ने भारत की सरकार से वहां फंसे भारतीयों को वापस लाने की अपील की है.
इधर राशिका के परिजन परेशान हैं और लगातार फोन पर बेटी से बात कर रहे हैं. राशिका के चाचा नवल खेमका लगातार उसके संपर्क में हैं. उन्होंने बताया कि दिल्ली से राशिका के संदर्भ में जानकारी ली गयी है, जिला उपायुक्त भी लगातार संपर्क में है. उन्होंने भारत सरकार पर भरोसा जताते हुए ईटीवी भारत के जरिए यूक्रेन में भारतीय छात्र फंसे हुए हैं, उनको सुरक्षित वापस लाने की अपील की है. यहां बता दें कि राशिका की घर वापसी के लिए सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने मेल और ट्विटर के माध्यम से विदेश मंत्रालय से गुहार लगाई है.