जमशेदपुर: झारखंड में भारी बारिश के कारण जमशेदपुर में बाढ़ (Flood in Jamshedpur) आ गई है, जिसके कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ जाने से आसपास की बस्तियों के कई घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है. सूचना मिलते ही भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रविवार को भाजपा कार्यकर्ताओं के संग बाढ़ ग्रस्त इलाके का भ्रमण किया और लोगों को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया. इधर, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी जमशेदपुर के बाढ़ ग्रसित इलाके का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया है. उन्होंने कहा कि जिनके घरों में पानी घुसा और जिनका नुकसान हुआ है. उसकी समीक्षा कर मदद की जाएगी.
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने क्या कहा: जमशेदपुर दौरे पर गए पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कल्याण नगर, गौतम बिहार, बागुनहातू बिहारी बस्ती, बारीडीह बस्ती भोजपुर कॉलोनी, मिथिला कॉलोनी जैसे इलाकों का निरीक्षण किया. यहां उन्होंने पीड़ितों से मिलकर बाढ़ से हुए नुकसान की जानकारी ली. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने लोगों के जन-जीवन को सामान्य करने में स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता के आधार पर बाढ़ पीड़ितों की सेवा में तत्पर रहने और उनके आवश्यकतानुसार जरूरी मदद करने का निर्देश दिया. पूर्व मुख्यमंत्री ने शहर की विभिन्न कंपनियों से सीएसआर फंड के तहत बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आने की अपील की है. इस बीच उन्होंने शहर के बाढ़ प्रभावित विभिन्न क्षेत्रों में जिला प्रशासन, भाजपा कार्यकर्ताओं और सामाजिक संगठनों द्वारा तत्परता के साथ किए जा रहे सेवा कार्यों की सराहना की. इसके साथ ही, उन्होंने जिला प्रशासन से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग और ब्लीचिंग पाउडर के नियमित छिड़काव करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि पानी कम होने के बाद बीमारियों को लेकर जिला प्रशासन को अभी से समुचित तैयारी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि डैम से पानी छोड़ने से पहले प्रशासन को निचले इलाकों में रह रहे लोगों के बीच सूचना और जागरुकता कार्यक्रम को बड़े पैमाने पर चलाना चाहिए, जिससे जान-माल के नुकसान की हानि से बचा जा सके.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने क्या कहा: इधर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने अपने विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ ग्रसित इलाके का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान कई अधिकारी और पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने अपने विधानसभा क्षेत्र के कदमा, सोनारी, शास्त्री नगर, मानगो, बिष्टुपुर और अन्य तटीय इलाकों का भ्रमण किया और स्थानीय लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं से रूबरू हुए. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि बाढ़ पीड़ित बस्तियों में खाने की सामग्री की व्यवस्था कार्यकर्ताओं के द्वारा किया गया है. नदी का जलस्तर वर्तमान में घट रहा है, जिसके बाद महामारी ना फैले इसके लिए साफ सफाई के साथ छिड़काव करने की व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने बताया कि जिला उपायुक्त समेत अन्य वरीय अधिकारीयों को निर्देश दिया गया है कि हालात पर नजर रखते हुए 24 घंटे राहत कार्य चालू रखे. उन्होंने कहा बाढ़ के कारण जिनका नुकसान हुआ है, उसकी समीक्षा कर मदद की जाएगी.
लगातार बारिश के बाद डैम के फाटक खोलने से आई बाढ़: लगातार हो रही बारिश के कारण और ओडिशा के ब्यांगबिल डैम और चांडिल डैम का गेट खोले जाने के कारण शहर में बहने वाली खरकई और स्वर्णरेखा नदी खतरे के निशान से ऊपर उफान पर थी, जिसके कारण नदी के तटीय इलाके में बाढ़ की स्थिति बन गई थी. वहीं हजारों घरों में पानी घुसने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. जबकि पूर्वी सिंघभूम उपायुक्त विजया जाधव (East Singhbhum DC Vijaya Jadhav) के निर्देश पर स्थानीय निकाय द्वारा बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित जगहों पर ठहराया गया है.