यह भव्य रैली साकची उत्कल एसोसिएशन भवन से निकाली गई. जो शहर के विभिन्न इलाकों से होकर गुजरी, फिर उत्कल एसोसिएशन में समाप्त हुई. इस संबंध में जमशेदपुर उत्कल एसोसिएशन के अध्यक्ष श्रीकांत पति ने बताया कि जमशेदपुर और इसके आसपास के इलाकों में काफी संख्या में उड़िया भाषी लोग रहते हैं. यहीं वजह है कि उड़िया से जुड़े कला संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन यहां समय समय पर किया जाता है.
आगे उन्होंने कहा कि आज ही के दिन ओडिशा की स्थापना की गई थी. इसी वजह से इस दिन को हम लोग उत्कल दिवस के रूप में मनाते हैं और आज प्रभात फेरी निकाल कर उत्सव मनाते हैं.