जमशेदपुर: कोरोना संक्रमण केवल मौत लेकर नहीं आई है. बल्कि कोरोना संक्रमण की वजह से आर्थिक नगरी जमशेदपुर में प्रदूषण के स्तर में भी सुधार हुआ है. पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन के बाद शहर के सड़कों पर वाहनों का आवागमन बंद हो गया है. साथ ही दिन-रात धुआं उगलने वाली छोटी-बड़ी सभी चिमनिया शांत है. कोरोना के कारण जीवन शैली में हुए बदलाव का पर्यावरण को भी फायदा हुआ है.
कोरोना संक्रमण की वजह से शहरवासियों को शुद्ध हवा मिल रही है. औद्योगिक शहर कहे जाने वाले जमशेदपुर में वायु की गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है. कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन है. जिसकी वजह से प्रदूषण के स्तर में भी कमी मापी गई है.
जमशेदपुर के शहरी क्षेत्रों में वाहनों के नहीं चलने के कारण नाइट्रोजन डाइऑक्साइड में भारी कमी आई है. औद्योगिक कल कारखानों के बंद होने से शहर की आबोहवा शुद्ध हो गई है. झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से हर दिन शहर की आबोहवा की मात्रा निकाली जा रही है. शहर के विभिन्न इलाकों में प्रदूषण का स्तर 5 गुना तक कम हुआ है.
शहर के औद्योगिक स्थान बिष्टुपुर, साकची, गोलमुरी में सल्फर डाइऑक्साइड so2 का सामान्य दिनों में औसतन स्तर 52.3 रहता है जो अब 11.75 है. वहीं, नाइट्रोजन ऑक्साइड जो सामान्य दिनों में 62.24 रहता है. जो घट कर 13.69 हो हो गया है. यानी प्रदूषण का स्तर 5 गुना तक कम हुआ है.