जमशेदपुर: जोहार जन आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से रघुवर सरकार अपने 5 सालों के शासन में हुए विकास के दावों को लेकर जनता के बीच जा रही है. वहीं दूसरी ओर इस पर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है. पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप बलमुचू ने जन आशीर्वाद यात्रा को सरकार की विफलता छुपाने का तरीका बताया है.
जन आशीर्वाद यात्रा पिछले 18 सितंबर से चल रही है. जिसको लेकर पार्टी के बड़े-बड़े नेता यात्रा में शामिल हो रहे हैं. मुख्यमंत्री रघुवर दास खुद जन आशीर्वाद यात्रा के तहत 18 सितंबर से 24 सितंबर तक संथाल दौरे पर थे. लेकिन विरोधी पार्टियों ने इस यात्रा को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. शनिवार को कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप बलमुचू ने जोहार जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि जन आशीर्वाद यात्रा रघुवर सरकार अपनी विफलता को छुपाने के लिए कर रही है. असल में यह सरकार पिछले 5 सालों में कुछ ऐसा काम किया ही नहीं है, जिससे जनता उन्हें आगामी चुनाव में वोट दें.
पूर्व राज्यसभा सांसद और कांग्रेस नेता प्रदीप बलमुचू ने जन आशीर्वाद यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक तरफ सरकार का दावा है कि उनके 5 साल के कार्यकाल में कई विकास कार्य किए गए हैं. जब रघुवर सरकार ने विकास कार्य किए हैं, तो उन्हें जनता के पास जाने की जरूरत क्या है. अगर सरकार ने जनता के हित के लिए काम किए हैं, तो रघुवर सरकार को घर-घर जाने की क्यों जरूरत पड़ रही है. अगले चुनाव में जनता उन्हें फिर से चून लेगी. अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए वर्तमान रघुवर सरकार जन आशीर्वाद यात्रा के जरिए लोगों को बरगलाने का काम कर रही है, लेकिन जनता उनकी बातों में नहीं आने वाली है.
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प्रदीप बलमुचू ने जमशेदपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि क्या आवश्यकता पड़ गई कि रघुवर सरकार अचानक चुनाव के समय जनता के बीच अपने कामों को बताने जा रही है. अगर आप जनता के लिए काम किए हैं तो आप मीडिया के माध्यम से लोगों को बताएं. उन्होंने कहा कि अगर आप काम के बदले वोट मांगते तो आपको जन आशीर्वाद यात्रा की जरूरत नहीं पड़ती. इस प्रकार से जन आशीर्वाद यात्रा करने का मतलब यह साफ है कि वर्तमान रघुवर सरकार ने पिछले 5 सालों में कुछ काम नहीं किया है. सरकार सिर्फ यात्रा के बहाने लोगों को बरगला रही है. संथाल में जन आशीर्वाद यात्रा के अंतिम चरण में मुख्यमंत्री ने देवघर की जनता को शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपने सरकार की उपलब्धियों को बताया था. लेकिन सच्चाई यह है कि सरकार दोनों मामलों में फेल हो गई है.