जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम की रहने वाली अयति मिश्रा ने दिल्ली संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित नेशनल यूथ पार्लियामेंट में देशभर से जुड़े लाखों युवाओं के बीच अपनी पहचान बनाई है. अयति मिश्रा के व्याख्यान को सुनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी प्रभावित हुए. उन्होंने ट्वीट में अयति की सराहना की है.
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
लौह नगरी जमशेदपुर इस्पात उद्योग में अपनी पहचान बनाने के साथ-साथ कई मामलों में देश के मानचित्र में अपनी पहचान बनाई है. यहां के युवाओं ने शिक्षा और खेल के जगत के अलावा अन्य क्षेत्र में भी शहर के साथ-साथ अपने राज्य का नाम रोशन किया है. युवा दिवस 12 जनवरी के दिन दिल्ली के संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित नेशनल यूथ पार्लियामेंट में जमशेदपुर के बारीडीह की रहने वाली अयति मिश्रा देशभर के दो लाख 34 हजार से ज्यादा युवाओं के बीच अपने व्याख्यान के जरिए उप विजेता बनी हैं. अयति मिश्रा के व्याख्यान से प्रधानमंत्री काफी प्रभावित हुए और उन्होंने अपने ट्वीट में अयति मिश्रा के व्याख्यान की सराहना करते हुए लिखा है कि अयति की सोच इस बात का संकेत है कि देश के युवा स्वदेशी के साथ वोकल फॉर लोकल के प्रति कितने गंभीर हैं. अयति को सुनना एक सुखद अनुभव है.
अर्थशास्त्र में स्नातक कर रही अयति
आपकों बता दे कि अयति जमशेदपुर में हिलटॉप स्कूल में 12वीं पास करने के बाद वर्तमान में पुणे स्थित एक शिक्षण संस्थान से अर्थशास्त्र में स्नातक कर रही है. अयति के पिता पिनक मिश्रा जमशेदपुर के टाटा रायसन कंपनी में कर्मचारी हैं. मां एकता मिश्रा बारीडीह हाई स्कूल में शिक्षक हैं. अयति को बचपन से ही गाने और डिबेट का शौक रहा है. वर्तमान में पूरा परिवार दिल्ही में है, जो जल्द ही वापस जमशेदपुर लौटेंगे.
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गर्व महसूस कर रहे माता-पिता
फोन पर ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान अयति मिश्रा के पिता पिनक मिश्रा ने बताया है कि वो काफी गर्व महसूस कर रहे हैं और उन्होंने बताया है कि कभी नहीं सोचे थे कि उनकी बेटी के व्याख्यान पर प्रधानमंत्री ट्वीट कर बेटी की सराहना करेंगे. एक मां बाप के लिए सबसे बड़ा दिन होता है. जब उनकी संतान एक मुकाम हासिल कर अपनी पहचान बनाती है.
स्वदेशी सिर्फ शब्द नहीं हमारी पहचान है
अपने व्याख्यान मे अयति ने स्वदेशी पर अपनी बातों को रखते हुए कहा है कि स्वदेशी सिर्फ शब्द नहीं हमारी पहचान है. आज वोकल फॉर लोकल के जरिए ही किसी देश का उत्पादन एक ब्रांड बना है. जिनकी मांग दूसरे देशों में की जाती है. हमें भी अपने उत्पादन को एक ब्रांड में बदलने की जरूरत है, जो देश की अलग पहचान बनाएगा.