जमशेदपुर: जिले के एमजीएम अस्पताल में ऑक्सीजन गैस सेंट्रलाइज्ड होने वाली है. पहले अस्पताल के नर्सों को गैस सिलेंडर इधर से उधर ले जाना पड़ता था, लेकिन अब उन्हें ऐसा नहीं करना पड़ेगा. मरीजों को उनके बेड तक पाइप लाइन के सहारे लिक्विड ऑक्सीजन दी जाएगी.
पाइप लाइन से ऑक्सीजन की सप्लाई
जमशेदपुर स्थित कोल्हान के सबसे बड़े अस्पताल एमजीएम में पांच करोड़ की लागत से एक हजार टन के ऑक्सीजन सिलेंडर का निर्माण किया गया है, जिसकी सहायता से पांच सौ मरीजों को एक साथ गैस की सुविधा मिल सकती है. एमजीएम अस्पताल के विभिन्न वार्डों में 36 पॉइंट पर पाइप लाइन लगाई गई है, ताकि बेड पर ही मरीजों को ऑक्सीजन की सप्लाई मिल सकें. तत्काल अस्पताल के निक्कू, पिकु, गायनिक वार्ड और बच्चा वार्ड में केंद्रीयकृत ऑक्सीजन गैस पाइप लाइन सिस्टम स्थापित कर दिया गया है.
ऑक्सीजन खत्म होने की समस्या से छुटकारा
ऑक्सीजन सिलेंडर भारी होने की वजह से उसे इधर-उधर कर सेट करने में काफी परेशानी होती थी. पाइप लाइन के सहारे ऑक्सीजन की सप्लाई होने से एक साथ सैकड़ों मरीजों को गैस की सुविधा मिलेगी, साथ ही वार्ड में बार-बार ऑक्सीजन खत्म होने की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा, साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर फटने का खतरा भी नहीं रहेगा.