जमशेदपुरः झारखंड में किराने की दुकानों पर शराब बेचने के प्रस्ताव से लौहनगरी की महिलाएं आक्रोशित हैं. झारखंड आबकारी विभाग ने सूबे में किराने की दुकान में शराब की बिक्री की अनुमति देने का प्रस्ताव रखा है. किराने की दुकान में शराब बिक्री की मुख्यमंत्री से मंजूरी लेने के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री कार्यालय भेजा गया है. सामाजिक संगठनों के साथ-साथ घरेलू महिलाएं भी इस प्रस्ताव के खिलाफ हैं.
वहीं, राज्य के किराने दुकानों पर शराब की बिक्री के प्रस्ताव पर सरकार की स्वीकृति की मुहर लग जाती है, तो समाज के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण रहेगा. किराने की दुकानों पर पुरुषों के अलावा महिलाओं और बच्चों का भी आना जाना लगा रहता है. महिलाएं अपनी रोजमर्रा की जिंदगी के लिए सामान लेने पहुंचती हैं. वहीं, बच्चे भी आते जाते रहते हैं. ऐसे में अगर उन्हें दुकानों पर शराब की बोतल दिखती हैं, तो उनके मानसिकता पर बुरा असर पड़ सकता है. अगर यह प्रस्ताव सरकार पारित कर देती है तो यह समाज के लिए बहुत बड़ा अभिशाप बनकर रह जाएगा.
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गौरतलब है कि सभी आरोप लगा रहे हैं कि सरकार राजस्व को बढ़ाने के लिए कुछ भी कर सकती है. बहरहाल 30 लाख की आय पर वस्तु एवं सेवा कर दाखिल करने वाली किसी भी किराना दुकान को शराब बेचने का लाइसेंस दिया जा सकता है.