जमशेदपुर: लोकसभा चुनाव में टाटा स्टील के असिस्टेंट फोरमैन महेश कुमार और अंगद महतो भी चुनावी मैदान में उतर पड़े हैं. दोनों प्रत्याशियों ने निर्वाचन कार्यालय में नामांकन दाखिल किया है. चुनावी मैदान में उतरे असिस्टेंट फोरमैन ने बताया है कि झारखंड में राइट टू रिकॉल पार्टी से वह एकमात्र प्रत्याशी हैं, जबकि अंगद महतो ने बताया कि आमरा बंगाली पार्टी की तरफ से भाषा को सम्मान दिलाने के लिए वह चुनाव लड़ रहे हैं.
जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र में अधिसूचना जारी होने के तीसरे दिन तीन प्रत्याशियों ने लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया है, जिसमें राइट टू रीकॉल पार्टी के प्रत्याशी महेश कुमार और आमरा बंगाली के प्रत्याशी अंगद महतो ने नामांकन दाखिल किया है. बता दें कि राइट टू रिकॉल पार्टी से चुनाव लड़ने वाले महेश कुमार टाटा स्टील में असिस्टेंट फोरमैन हैं जो पहली बार चुनाव के मैदान में उतरे हैं. जबकि, अमरा बंगाली पार्टी के अंगद महतो समाजसेवी हैं जो दूसरी बार जमशेदपुर लोकसभा सीट के लिए चुनाव लड़ रहे हैं और 2014 लोकसभा चुनाव में उन्हें 12632 वोट मिला था.
राइट टू रिकॉल पार्टी के प्रत्याशी महेश कुमार ने बताया है कि देशभर में अलग-अलग प्रदेश में 19 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जबकि झारखंड में राइट टू रिकॉल पार्टी से वह अकेले जमशेदपुर लोकसभा सीट के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि देश में बढ़ते करप्शन को रोकने के लिए व्यवस्था में सुधार लाने की जरूरत है. इस तरह राइट टू रिकॉल के जरिए जनता काम नहीं करने वाले जनप्रतिनिधि को अपने वोट वापस लेकर निष्कासित कर सकती है.
वहीं, आमरा बंगाली के प्रत्याशी अंगद महतो ने बताया है कि यहां भाषा संस्कृति का शोषण हो रहा है. स्थानीय जनता से ज्यादा बाहरी लोगों को महत्व दिया जाता है. ऐसे में आम जनता में चेतना जगाने के लिए वो चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने बताया है कि उनके सर्वे के मुताबिक जनता उनके उद्देश्यों को ग्रहण कर रही है.