जमशेदपुर: विधायक सरयू राय ने जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षक के साथ बैठक की. इस दौरान सरयू राय ने जमशेदपुर पूर्वी क्षेत्र के सभी सरकारी प्राथमिक माध्यमिक और उच्च विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके, इसको लेकर अधिकारियों से कई बिंदुओं पर समीक्षा की. समीक्षा के दौरान पाया गया कि तीन उच्च विद्यालय, 10 मध्य विद्यालय और 30 प्राथमिक विद्यालयों में चाहरदीवारी की व्यवस्था नहीं है, जिससे विद्यालय में बाहरी व्यक्ति, जानवर और रात में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है.
समीक्षा के दौरान पता चला कि कई विद्यालयों के शौचालयों में बिजली और पानी की उचित व्यवस्था नहीं है. दो प्राथमिक विद्यालय भवनहीन हैं. विधायक सरयू राय ने इसके लिए अधिकारियों से स्पष्ट और पूर्ण प्रतिवेदन की मांग की है. काशीडीह स्थित आर्य वैदिक विद्यालय में चाहरदीवारी की व्यवस्था नहीं है. इस पर भी उन्होंने एक स्पष्ट प्रतिवेदन मांगा है. कोविड-19 के कारण विद्यालय बंद है, ऐसे में शिक्षा विभाग की ओर से बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है. विधायक सरयू राय ने अधिकारियों से पूछा है की सभी बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा मिले इसके लिए विभाग के ओर से क्या व्यवस्था की गई है, कितने ऐसे बच्चे हैं जो इससे वंचित हैं. उन्होंने अधिकारियों से ऐसे बच्चों की सूची उपलब्ध कराने के लिए कहा है.
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सरयू राय ने अधिकारियों से पूछा है कि विद्यालयों में दोपहर ढाई बजे से अनाधिकृत रूप से हिंदी माध्यम के वर्ग संचालित होने की बात सामने आई है, जिसकी जांच कर कार्रवाई करने को कहा है. विद्यालय खुलने के बाद उसे सेनेटाइज करने और विद्यालय की स्वच्छता के लिए विभाग के पास कोई फंड है या नहीं है इस पर भी उन्होंने सवाल पूछा है.
अधिकारियों ने सरयू राय को जानकारी दी कि विद्यालय विकास की राशि अभी तक विद्यालयों को प्राप्त नहीं हुई है, जिस पर सरयू राय ने कहा है कि इस मामले को अपने स्तर से विभागीय अधिकारियों के सामने उठाएंगे और जल्द से जल्द राशि आवंटन कराएंगे. शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में सरकारी विद्यालयों के प्रतिनिधि एसपी सिंह, महाविद्यालय के प्रतिनिधि राकेश पांडे और निजी विद्यालय के प्रतिनिधि मिथिलेश श्रीवास्तव मौजूद रहे.