ETV Bharat / state

झारखंड के मजदूर चेन्नई में हुए ठगी का शिकार, भाजपा ने सरकार पर साधा निशाना

author img

By

Published : Oct 25, 2020, 3:41 AM IST

झारखंड सरकार मजदूरों के पलायन को लेकर लाख दावा कर ले, लेकिन जमीनी स्तर पर यह हवा-हवाई साबित हो रही है. इसका जीता जागता उदाहरण जमशेदपुर में देखने को मिला है.

चेन्नई में झारखंड के प्रवासी मजदूर हुए ठगी के शिकार
Migrant workers of Jharkhand became victims of fraud in Chennai

जमशेदपुर: राज्य सरकार के लाख दावों के बावजूद राज्य में पलायन रूकने का नाम नहीं ले रहा है. इसकी वजह से पलायन करने वाले मजदूर ठगी के शिकार हो रहे हैं. इसे लेकर भाजपा नेता रमेश हांसदा ने राज्य सरकार पर हमला बोला है.

देखें पूरी खबर

ताजा मामला राज्य के पाकुड़ जिले का है, जहां से करीब 45 मजदूरों को चेन्नई की एक कंपनी की ओर से लाॅकडाउन के दौरान बस से बिस्कुट फैक्ट्री में काम कराने के लिए ले जाया गया था. सभी को खाना पीना के अलावा प्रतिमाह साढे़ नौ हजार रूपए देने का वादा किया गया था, लेकिन वहां पहुंचकर उन लोगों से लोहे की कंपनी में काम कराया जाने लगा.

जब महीना बीतने के बाद वेतन के रूप में साढे़ चार हजार रूपए दिए गए तो उन्हें लगा कि वे ठगी का शिकार हो गए हैं. उस वक्त जब उन्होंने अपने कहे अनुसार, वेतन की मांग की तो उन्हें कहा गया कि अगला महीना पूरा वेतन दिया जाएगा. अगले महीने भी उन्हें साढे़ चार हजार वेतन ही दिया गया. उसके बाद वे लोग वहां से नौकरी छोड़कर जैसे-तैसे टाटा पहुंचे हैं.

ये भी पढ़ें-'अपहरण उद्योग' चलाने वालों के शासनकाल को आप देख चुके हैं- नीतीश कुमार


सरकार पर भाजपा का निशाना

मामले में भाजपा नेता रमेश हासंदा ने कहा कि सभी मजदूरों को भाजपा नेता भरत सिंह की मदद से आज वापस उनके घर पाकुड़ भेजा जा रहा है. उन्होंने बताया कि इन पांच मजदूरों मे चार पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा के रहने वाले हैं और एक पाकूड़ के पाकुड़ियां प्रखंड के रहने वाला है. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार की ओर से प्रवासी मजदूरों के लिए किए गए दावों को खोखला बताया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लाॅकडाउन के पहले दिन से ही प्रवासी मजदूरों और छात्रों के प्रदेश वापसी पर संवेदनहीनता का परिचय दिया है. इस वजह से आज उन्हें दर-दर भटकना पड़ रहा है.

जमशेदपुर: राज्य सरकार के लाख दावों के बावजूद राज्य में पलायन रूकने का नाम नहीं ले रहा है. इसकी वजह से पलायन करने वाले मजदूर ठगी के शिकार हो रहे हैं. इसे लेकर भाजपा नेता रमेश हांसदा ने राज्य सरकार पर हमला बोला है.

देखें पूरी खबर

ताजा मामला राज्य के पाकुड़ जिले का है, जहां से करीब 45 मजदूरों को चेन्नई की एक कंपनी की ओर से लाॅकडाउन के दौरान बस से बिस्कुट फैक्ट्री में काम कराने के लिए ले जाया गया था. सभी को खाना पीना के अलावा प्रतिमाह साढे़ नौ हजार रूपए देने का वादा किया गया था, लेकिन वहां पहुंचकर उन लोगों से लोहे की कंपनी में काम कराया जाने लगा.

जब महीना बीतने के बाद वेतन के रूप में साढे़ चार हजार रूपए दिए गए तो उन्हें लगा कि वे ठगी का शिकार हो गए हैं. उस वक्त जब उन्होंने अपने कहे अनुसार, वेतन की मांग की तो उन्हें कहा गया कि अगला महीना पूरा वेतन दिया जाएगा. अगले महीने भी उन्हें साढे़ चार हजार वेतन ही दिया गया. उसके बाद वे लोग वहां से नौकरी छोड़कर जैसे-तैसे टाटा पहुंचे हैं.

ये भी पढ़ें-'अपहरण उद्योग' चलाने वालों के शासनकाल को आप देख चुके हैं- नीतीश कुमार


सरकार पर भाजपा का निशाना

मामले में भाजपा नेता रमेश हासंदा ने कहा कि सभी मजदूरों को भाजपा नेता भरत सिंह की मदद से आज वापस उनके घर पाकुड़ भेजा जा रहा है. उन्होंने बताया कि इन पांच मजदूरों मे चार पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा के रहने वाले हैं और एक पाकूड़ के पाकुड़ियां प्रखंड के रहने वाला है. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार की ओर से प्रवासी मजदूरों के लिए किए गए दावों को खोखला बताया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लाॅकडाउन के पहले दिन से ही प्रवासी मजदूरों और छात्रों के प्रदेश वापसी पर संवेदनहीनता का परिचय दिया है. इस वजह से आज उन्हें दर-दर भटकना पड़ रहा है.

For All Latest Updates

TAGGED:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.