जमशेदपुर: राज्य सरकार के लाख दावों के बावजूद राज्य में पलायन रूकने का नाम नहीं ले रहा है. इसकी वजह से पलायन करने वाले मजदूर ठगी के शिकार हो रहे हैं. इसे लेकर भाजपा नेता रमेश हांसदा ने राज्य सरकार पर हमला बोला है.
ताजा मामला राज्य के पाकुड़ जिले का है, जहां से करीब 45 मजदूरों को चेन्नई की एक कंपनी की ओर से लाॅकडाउन के दौरान बस से बिस्कुट फैक्ट्री में काम कराने के लिए ले जाया गया था. सभी को खाना पीना के अलावा प्रतिमाह साढे़ नौ हजार रूपए देने का वादा किया गया था, लेकिन वहां पहुंचकर उन लोगों से लोहे की कंपनी में काम कराया जाने लगा.
जब महीना बीतने के बाद वेतन के रूप में साढे़ चार हजार रूपए दिए गए तो उन्हें लगा कि वे ठगी का शिकार हो गए हैं. उस वक्त जब उन्होंने अपने कहे अनुसार, वेतन की मांग की तो उन्हें कहा गया कि अगला महीना पूरा वेतन दिया जाएगा. अगले महीने भी उन्हें साढे़ चार हजार वेतन ही दिया गया. उसके बाद वे लोग वहां से नौकरी छोड़कर जैसे-तैसे टाटा पहुंचे हैं.
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सरकार पर भाजपा का निशाना
मामले में भाजपा नेता रमेश हासंदा ने कहा कि सभी मजदूरों को भाजपा नेता भरत सिंह की मदद से आज वापस उनके घर पाकुड़ भेजा जा रहा है. उन्होंने बताया कि इन पांच मजदूरों मे चार पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा के रहने वाले हैं और एक पाकूड़ के पाकुड़ियां प्रखंड के रहने वाला है. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार की ओर से प्रवासी मजदूरों के लिए किए गए दावों को खोखला बताया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लाॅकडाउन के पहले दिन से ही प्रवासी मजदूरों और छात्रों के प्रदेश वापसी पर संवेदनहीनता का परिचय दिया है. इस वजह से आज उन्हें दर-दर भटकना पड़ रहा है.