जमशेदपुर: कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने का खतरा बढ़ गया है. एक बार फिर से अस्पताल के तीन सौ से अधिक अनुबंधकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. स्वास्थ्य कर्मियों को पिछले तीन महीने से वेतन नहीं दिया गया है, जिसके कारण गुरुवार से सभी नर्स हड़ताल पर चली गई.
अस्पताल में सिर्फ 47 स्थायी नर्स हैं, जबकि 274 की जरूरत है. इनकी कमी की भरपाई के लिए आउटसोर्स पर नर्सों की बहाली की गई है. इनकी संख्या करीब 350 से ज्यादा है. इसमें ड्रेसर, वार्ड बॉय सहित अन्य कर्मचारी शामिल हैं. आउटसोर्स कर्मचारी का कहना है कि 3 महीने से वेतन नहीं मिला है, छुट्टी के लिए सीएल और ईएल भी नहीं दिया जाता है.
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झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता जमशेदपुर पश्चिमी से ही विधायक हैं. यहां कार्यरत आउटसोर्स नर्सों को अपने क्षेत्र के मंत्री से ढेरों उममीदें भी हैं.