जमशेदपुरः जमशेदपुर की मोहरदा पेयजलापूर्ति परियोजना के वर्तमान ढांचा का सुदृढ़ीकरण करने और इसके विस्तारित फेज-2 के क्रियान्वयन को लेकर नगर विकास और आवास विभाग की संयुक्त बैठक रांची स्मार्ट सिटी के सभागार में हुई. इसकी अध्यक्षता जमशेदपुर पूर्वी क्षेत्र के विधायक सरयू राय ने की. बैठक में मोहरदा पेयजलापूर्ति परियोजना को कैसे ठीक किया जाए इसको लेकर विचार-विमर्श किया गया. बैठक में यह भी बताया गया कि इस परियोजना के लिए पांच करोड़ रुपए झारखंड सरकार और सात करोड़ रुपए टाटा स्टील मुहैया कराएगी.
टाटा स्टील जल्द अवैध जलापूर्ति कनेक्शन को वैध करेगीः टाटा स्टील के पदाधिकारियों ने बताया कि वे अब तक 5000 नए पेयजल कनेक्शन दे चुके हैं और पहले की 6000 अवैध कनेक्शन में से 3700 को वैध कर दिया गया है. शेष 2300 कनेक्शन को वैध करने का काम चल रहा है. वर्तमान में मोहरदा पेयजलापूर्ति परियोजना के तहत 7000 मीटर नए पाइप लाइन बिछाने पर काम चल रहा है. जिससे 1000 नए घरों में पेयजल कनेक्शन दिया जाएगा. पेयजल कनेक्शन का जो पाइप नालों में से होकर गुजरे हैं, वे भी अलग होंगे और 1500 नए कनेक्शन जुड़ेंगे. इस तरह कुल मिलाकर करीब 2000 नए पेयजल कनेक्शन मोहरदा पेयजल आपूर्ति परियोजना क्षेत्र में लाए जाएंगे.
एक दर्जन से ज्यादा नई टंकी निर्माण का प्रस्तावः जमशेदपुर अक्षेस और टाटा स्टील के अधिकारियों ने बताया कि मोहरदा पेयजलापूर्ति परियोजना की क्षमता बढ़ाना आवश्यक है. इसके लिए करीब एक दर्जन नई पानी टंकी का निर्माण किया जाएगा. जिन पुरानी टंकियों का कनेक्शन एक ही मेन पाइप से जुड़ा हुआ उसे हटाकर सभी टंकियों को अलग-अलग पाइप लाइन से जोड़ा जाएगा, ताकि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से सभी टंकियां एक साथ भरी जा सके और सुबह-शाम नियमित रूप से जलापूर्ति की जा सके. टाटा स्टील और जमशेदपुर अक्षेस के पदाधिकारी ने कहा कि परियोजना का क्षेत्र विस्तार करने के लिए एक नया इंटेक वेल और एक रिर्जव वायर बनाना होगा. यह इंटेक वेल स्वर्णरेखा के बीच में बनेगा, ताकि गंदे पानी से छूटकारा मिलसके.
औद्योगिक और घरेलू उपयोग के लिए अलग-अलग सिस्टम बनाया जाएंः इस मौके पर जमशेदपुर पूर्वी क्षेत्र के विधायक सरयू राय ने सुझाव दिया कि जमशेदपुर में औद्योगिक और घरेलू उपयोग के लिए अलग सिस्टम बनाया जाए. औद्योगिक उपयोग के लिए सीधे पानी नदी से खींचा जाए और घरेलू उपयोग के लिए चांडिल डैम से डिमना लेक में पानी डाला जाए और वहां से मानगो होते हुए पाइप लाइन के जरिए जमशेदपुर और मानगो में जलापूर्ति की जाए. उन्होंने इसके अतिरिक्त सुझाव दिया कि सतनाला डैम में चांडिल नहर से पानी लाकर पेयजल के रूप में आपूर्ति की जाए. इससे पेयजल के रूप में साफ पानी मिलने की गांरटी हो जाएगी. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा है इससे उपभोक्ताओं को शुद्ध जल मिलना सुनिश्चित हो जाएगा. इसके लिए फिलहाल पांच करोड़ रुपए झारखंड सरकार और सात करोड़ रुपए टाटा स्टील मुहैया कराएगी.
प्रस्ताव को सरकार के पास रखेगा नगर विकास विभागःनगर विकास विभाग के अधिकारी यह प्रस्ताव राज्य सरकार के पास रखेंगे और टाटा स्टील के अधिकारी इससे अपने ऊपर के अधिकारियों को अवगत कराएंगे, ताकि विधायक सरयू राय के इस प्रस्ताव को क्रियान्वित किया जा सके. मोहरदा पेयजल आपूर्ति पारियोजना फेज -2 के लिए 22 जुलाई को जमशेदपुर में बैठक वर्तमान में मोहरदा पेयजलापूर्ति परियोजना की सुदृढ़ीकरण और फेज-2 के कार्यों में गति लाने के लिए आगामी 22 जुलाई को जमशेदपुर में एक बैठक रखी जाएगी. जिसमें टाटा स्टील के अधिकारी, जमशेदपुर अक्षेस के अधिकारी, जमशेदपुर जिला प्रशासन के अधिकारी और इस कार्य के लिए नियुक्त परामर्शी वेपकोस के अधिकारी इसमें शामिल रहेंगे. यह बैठक विधायक सरयू राय की अध्यक्षता में होगी. बैठक बुलाने की जिम्मेदारी जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी को दी गई है.
कौन-कौन थे बैठक में शामिलः बैठक में नगर विकास विभाग की ओर से राज्य शहरी विकास अभिकरण के निदेशक अमित कुमार, धालभूमगढ़ के एसडीओ पीयूष सिन्हा, जुडको के परियोजना पदाधिकारी (तकनीकी) गोपाल जी, सूडा के उपनिदेशक कृष्ण कुमार, जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी, संजय कुमार और टाटा स्टील यूआईएसएल के संजीव झा, राजवर्द्धन और इस परियोजना के लिए चयनित परामर्शी वेपकोस के प्रतिनिधि शामिल थे.