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राज्य में महाशिवरात्रि की धूम, भक्तिभाव से लोगों ने की भगवान शिव की आराधना

आज महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर राज्य के सभी जिलों में भगवान शिव की आराधना में भक्त लगे हैं.

राज्य में महाशिवरात्रि की धूम
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Published : Mar 4, 2019, 3:34 PM IST

जमशेदपुर/बोकारोः आज महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर राज्य के सभी जिलों में भगवान शिव की आराधना में भक्त लगे हैं. बोकारो से करीब 50 किलोमीटर दूर गौरी नाथधाम में लोग दूर दराज से पहुंच कर पूजा अर्चना कर रहे हैं, तो वहीं, जमशेदपुर के सभी शिवालयों में भक्त जलाभिषेक करने और बेल पत्र चढ़ाने के लिए मंदिर के सामने लंबी कतारों में खड़े हैं.

राज्य में महाशिवरात्रि की धूम

बोकारो के निकट पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के चिरका में स्थित गौरीनाथ धाम मंदिर चिरका धाम के नाम से भी जाना जाता है. ये देश का एकलौता ऐसा मंदिर है जहां शिव और पार्वती एक ही गर्भगृह में एक शिवलिंग में विराजते हैं. यही वजह है लोग दूर दराज से यहां शिव पार्वती रूपी शिवलिंग पर जलाभिषेक करने आते हैं. मान्यता है कि जो भक्त सच्चे दिल से भोलेनाथ और मां गौरी की पूजा करते हैं, उनकी सारी मुरादें पूरी करते हैं.

ये भी पढ़ें-शुभ संयोग बनने से बेहद खास है महाशिवरात्रि, इस वेशभूषा से बाबा होते हैं प्रसन्न

जमशेदपुर में भी इस महाशिवरात्रि शिवालयों में भक्तों की कतारें लगने लगती है. महाशिवरात्रि के मौके पर मंदिरों में जागरण का विधान है. कुछ लोग अपने दाम्पत्य जीवन को सुखी बनाने के लिए भगवान शिव की आराधना करते हैं. आज के दिन भगवान शिव और पार्वती विवाह के बंधन में बने थे इसी दिन युवक युवती भी इस पर्व को लेकर उपवास करते हैं.

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जमशेदपुर/बोकारोः आज महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर राज्य के सभी जिलों में भगवान शिव की आराधना में भक्त लगे हैं. बोकारो से करीब 50 किलोमीटर दूर गौरी नाथधाम में लोग दूर दराज से पहुंच कर पूजा अर्चना कर रहे हैं, तो वहीं, जमशेदपुर के सभी शिवालयों में भक्त जलाभिषेक करने और बेल पत्र चढ़ाने के लिए मंदिर के सामने लंबी कतारों में खड़े हैं.

राज्य में महाशिवरात्रि की धूम

बोकारो के निकट पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के चिरका में स्थित गौरीनाथ धाम मंदिर चिरका धाम के नाम से भी जाना जाता है. ये देश का एकलौता ऐसा मंदिर है जहां शिव और पार्वती एक ही गर्भगृह में एक शिवलिंग में विराजते हैं. यही वजह है लोग दूर दराज से यहां शिव पार्वती रूपी शिवलिंग पर जलाभिषेक करने आते हैं. मान्यता है कि जो भक्त सच्चे दिल से भोलेनाथ और मां गौरी की पूजा करते हैं, उनकी सारी मुरादें पूरी करते हैं.

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जमशेदपुर में भी इस महाशिवरात्रि शिवालयों में भक्तों की कतारें लगने लगती है. महाशिवरात्रि के मौके पर मंदिरों में जागरण का विधान है. कुछ लोग अपने दाम्पत्य जीवन को सुखी बनाने के लिए भगवान शिव की आराधना करते हैं. आज के दिन भगवान शिव और पार्वती विवाह के बंधन में बने थे इसी दिन युवक युवती भी इस पर्व को लेकर उपवास करते हैं.

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Intro:एंकर--महाशिवरात्रि पर लौहनगरी के शिवालयों में लोगों ने पूजा अर्चना किया एक रिपोर्ट।


Body:वीओ1--महाशिवरात्रि के दिन सुबह से ही शिवालयों में भक्तों की कतारें लगने लगती है,इस दिन लोग बेल-पत्र गंगाजल से शिवलिंग को स्नान कराते हैं, महाशिवरात्रि को मंदिरों में जागरण का विधान है लोग शिव मंदिरों अथवा घरों में भी पूरी रात चक्कर भगवान शिव की आराधना करते हैं कई लोग इस दिन निर्जला उपवास करते हैं, यह पर्व फाल्गुन मास कृष्ण चतुर्दशी को मनाया जाता है इसी दिन भगवान शिव पृथ्वी नारायण उत्तराखंड में माता पार्वती से शादी हुई थी. रात्रि के जागरण का विशेष महत्व है और आज के आठों प्रहर की पूजा का विशेष महत्व होता है ,कुछ लोग प्रकृति से मिलने हेतु अपने दाम्पत्य जीवन को सुखी बनाने के लिए भगवान शिव की आराधना करते हैं ।आज के दिन भगवान शिव और पार्वती विवाह के बंधन में बने थे इसी दिन नौयुवक युवती भी इस पर्व को लेकर उपवास करते हैं कथा सुखी जीवन जीने के लिए पूजा अर्चना करते हैं।
बाइट--पंडित दीनदयाल झा(मनोकामना मंदिर)
वीओ2-- यह पर्व साल में एक बार आता है भगवान भोले से मांगी हुई हर मुराद पूरी होती है पति की लंबी आयु के लिए यह पर्व अर्धांगनी करती है ।तथा इस दिन कुछ लोग निर्जला उपवास रखते हैं तो वहीं कुछ लोग फल खाकर भी रहते हैं।
बाइट--आरती पांडेय(पुजारी)


Conclusion:
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