जमशेदपुरः जिले में सरकारी शराब दुकानों में बिना रसीद दिए करोड़ों के शराब बेचे जा रहे हैं. 2018 में पूर्वी सिंहभूम में लगभग 5 लाख 80 हज़ार पेटी शराब यानि 232 करोड़ की शराब बिना किसी रसीद दिए बेच दी गई. शराब की बिक्री की जिम्मेदारी सरकारी विभाग के पास होने के बाद भी रसीद को लेकर लापरवाही देखी जा रही है. जिससे कर्मचारी मनमाने ढ़ग से पैसे वसूलते रहे हैं.
शराब दुकानों में कर्मियों को रखने की जिम्मेदारी सुमुख इंटरप्राइजेज नाम की मैन पावर प्रोवाइडर कंपनी को दिया गया है. कंपनी ने भी कर्मियों को रसीद देने के निर्देश जारी कर रखे हैं. लेकिन शहर के किसी भी शराब दुकान में रसीद ना तो दिया जा रहा. केवल एस्कॉर्ट का मिलान कर सरकार को भेज दिया जाता है. सरकार के शराब बेचने से शराब की बोतलों की फीस भी बढ़ा दी गई है. जिसके बावजूद सरकार को शराब बिक्री में लगातार नुकसान उठाने पड़ रहे हैं.
आबकारी निरीक्षक अजय कुमार ने बताया कि आबकारी विभाग ने सख्त आदेश दिए हैं कि सारी शराब दुकानें ग्राहकों को रसीद दे. जो आदेश का पालन नहीं कर रहे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं सामाजिक कार्यकर्ता बिरेन्द्र कुमार ने बताया कि मनमाने तरीके से भी शराब की दुकानों में पैसे लिए जाते हैं और लोग थोड़े समय के लिए अपने हक की बात करना जरूरी नहीं समझते.
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कुछ लोग मजबूरी में तो कुछ जागरूकता की कमी के कारण मनमाने दाम देने को तैयार हो जाते है और रसीद की मांग भी नहीं करते और शराब दुकान के कर्मचारी मालामाल हो रहे हैं.