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सुरदा माइंस के 1500 कामगार भुखमरी की कगार पर, जान पर बनी तो काम के लिए मजदूरों ने किया कंपनी ठप - सुरदा माइंस के एसेंशियल वर्क

सुरदा माइंस का संचालन करने वाली कंपनी हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड का एक फैसला जानलेवा साबित हो रहा है. लीज नवीकरण न कराकर माइंस बंद करने से 1500 कामगार बेकाम हो गए हैं. अब भुखमरी की कगार पर पहुंचे मजदूरों का गुस्सा बढ़ रहा है. उन्होंने तीन दिन से कंपनी का काम ठप कर दिया है.

laborers on verge of starvation due to closure of Surda Mines in Ghatshila
सुरदा माइंस के 1500 कामगार भुखमरी की कगार पर
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Published : Jul 18, 2021, 2:05 PM IST

Updated : Jul 19, 2021, 2:13 PM IST

घाटशिला/पूर्वी सिंहभूमः झारखंड में खदानें कब उम्मीदों को परवान चढ़ाएंगी और कब एक झटके से जिंदगी के सनहरे सपने को बिखेर देंगी कोई नहीं जानता. पूर्वी सिंहभूम जिले में हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की सुरदा माइंस ने 1500 मजदूरों को ऐसे ही दो राहे पर ला खड़ा किया है. एक झटके से कंपनी ने इन मजदूरों को नौकरी से क्या निकाला, मजदूरों के घर आफत आन पड़ी. आर्थिक हालत खराब होने से कोई इलाज नहीं करा पा रहा तो किसी के यहां खाने के लाले पड़ गए. हताश मजदूर अब फिर से काम के लिए सुरदा माइंस का संचालन करने वाली कंपनी के शरण में हैं और तीन दिन से कंपनी के गेट पर लीज नवीकरण के लिए चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें-जमशेदपुरः सांसद विद्युत वरण महतो ने मुख्यमंत्री सोरेन से की चर्चा, सुरदा माइंस लीज रिन्यूवल का मुद्दा उठाया

बीमार मजदूर इलाज नहीं करा पा रहे


मजदूर सुभाष मिश्रा ने बताया कि सुरदा माइंस के 1500 मजदूरों को लीज नवीकरण नहीं होने का हवाला देते हुए हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड कंपनी ने 15 माह पहले बैठा दिया था. इतना समय कंपनी में काम के बाद अब निकाले जाने से मजदूरों को दूसरी जगह काम नहीं मिल रहा है. इसके कारण उनके परिवारों की आर्थिक हालत खराब हो गई है. 15 से अधिक मजदूरों की मौत आर्थिक तंगी के कारण हो चुकी है, कई ऐसे मजदूर हैं जो आज बीमार हैं और इलाज नहीं करा पा रहे हैं.

देखें पूरी खबर

तीन दिन से कंपनी का काम ठप

भुखमरी की हालत में पहुंचे मजदूरों ने अब कंपनी के लीज नवीकरण के लिए आंदोलन शुरू किया है. मजदूरों ने कंपनी प्रबंधक को चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की पहले चेतावी दी थी, अब मजदूरों ने सुरदा माइंस के एसेंशियल वर्क को ठप कर दिया है. तीन दिन हुए मजदूर काम नहीं होने दे रहे, जिससे खदान के अंदर पानी भरना भी शुरू हो गया है.

लीज नवीकरण के लिए हस्ताक्षर अभियान

माइंस में मजदूरी करने वाले एक बीमार मजदूर अरूण हुई के बेटे रोहित हुई ने बताया कि मजदूरों ने लीज नवीकरण को लेकर भी हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया है. हस्ताक्षर अभियान मुसाबनी जिला परिषद के बुद्धेश्वर मुर्मू के नेतृत्व में चलाया जा रहा है. यह यह अभियान सुरदा के चौक, मुख्य सड़क पर और मुसाबनी के चौक चौराहों पर कराया जा रहा है. हस्ताक्षर के बाद श्रमिक हस्ताक्षर रजिस्टर मुख्यमंत्री को भेजेंगे.

क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि


इस संबंध में जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो का कहना है कि हमने अपना काम कर दिया है केंद्र सरकार से पर्यावरण स्वीकृति दिला दी है और अब भी हम राज्य सरकार की ओर से किए जाने वाली लीज नवीकरण कार्य के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं ताकि माइंस जल्द से जल्द खुल सके और क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिल सके. वहीं स्थानीय विधायक रामदास सोरेन का कहना है हम अपनी ओर से एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं कि बंद माइंस की लीज का जल्द से जल्द लीज नवीकरण हो जाए ताकि लोगों को रोजगार मिल सके.

कंपनी प्रबंधन की ओर से सही कागजात प्रस्तुत नहीं कर पाने के कारण लीज नवीकरण में देरी हो रही है. हमने कंपनी के प्रबंधन से साफ कह दिया कि आप अपनी कागजी प्रक्रिया दुरुस्त करें ताकि क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिल सके.

घाटशिला/पूर्वी सिंहभूमः झारखंड में खदानें कब उम्मीदों को परवान चढ़ाएंगी और कब एक झटके से जिंदगी के सनहरे सपने को बिखेर देंगी कोई नहीं जानता. पूर्वी सिंहभूम जिले में हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की सुरदा माइंस ने 1500 मजदूरों को ऐसे ही दो राहे पर ला खड़ा किया है. एक झटके से कंपनी ने इन मजदूरों को नौकरी से क्या निकाला, मजदूरों के घर आफत आन पड़ी. आर्थिक हालत खराब होने से कोई इलाज नहीं करा पा रहा तो किसी के यहां खाने के लाले पड़ गए. हताश मजदूर अब फिर से काम के लिए सुरदा माइंस का संचालन करने वाली कंपनी के शरण में हैं और तीन दिन से कंपनी के गेट पर लीज नवीकरण के लिए चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें-जमशेदपुरः सांसद विद्युत वरण महतो ने मुख्यमंत्री सोरेन से की चर्चा, सुरदा माइंस लीज रिन्यूवल का मुद्दा उठाया

बीमार मजदूर इलाज नहीं करा पा रहे


मजदूर सुभाष मिश्रा ने बताया कि सुरदा माइंस के 1500 मजदूरों को लीज नवीकरण नहीं होने का हवाला देते हुए हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड कंपनी ने 15 माह पहले बैठा दिया था. इतना समय कंपनी में काम के बाद अब निकाले जाने से मजदूरों को दूसरी जगह काम नहीं मिल रहा है. इसके कारण उनके परिवारों की आर्थिक हालत खराब हो गई है. 15 से अधिक मजदूरों की मौत आर्थिक तंगी के कारण हो चुकी है, कई ऐसे मजदूर हैं जो आज बीमार हैं और इलाज नहीं करा पा रहे हैं.

देखें पूरी खबर

तीन दिन से कंपनी का काम ठप

भुखमरी की हालत में पहुंचे मजदूरों ने अब कंपनी के लीज नवीकरण के लिए आंदोलन शुरू किया है. मजदूरों ने कंपनी प्रबंधक को चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की पहले चेतावी दी थी, अब मजदूरों ने सुरदा माइंस के एसेंशियल वर्क को ठप कर दिया है. तीन दिन हुए मजदूर काम नहीं होने दे रहे, जिससे खदान के अंदर पानी भरना भी शुरू हो गया है.

लीज नवीकरण के लिए हस्ताक्षर अभियान

माइंस में मजदूरी करने वाले एक बीमार मजदूर अरूण हुई के बेटे रोहित हुई ने बताया कि मजदूरों ने लीज नवीकरण को लेकर भी हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया है. हस्ताक्षर अभियान मुसाबनी जिला परिषद के बुद्धेश्वर मुर्मू के नेतृत्व में चलाया जा रहा है. यह यह अभियान सुरदा के चौक, मुख्य सड़क पर और मुसाबनी के चौक चौराहों पर कराया जा रहा है. हस्ताक्षर के बाद श्रमिक हस्ताक्षर रजिस्टर मुख्यमंत्री को भेजेंगे.

क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि


इस संबंध में जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो का कहना है कि हमने अपना काम कर दिया है केंद्र सरकार से पर्यावरण स्वीकृति दिला दी है और अब भी हम राज्य सरकार की ओर से किए जाने वाली लीज नवीकरण कार्य के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं ताकि माइंस जल्द से जल्द खुल सके और क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिल सके. वहीं स्थानीय विधायक रामदास सोरेन का कहना है हम अपनी ओर से एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं कि बंद माइंस की लीज का जल्द से जल्द लीज नवीकरण हो जाए ताकि लोगों को रोजगार मिल सके.

कंपनी प्रबंधन की ओर से सही कागजात प्रस्तुत नहीं कर पाने के कारण लीज नवीकरण में देरी हो रही है. हमने कंपनी के प्रबंधन से साफ कह दिया कि आप अपनी कागजी प्रक्रिया दुरुस्त करें ताकि क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिल सके.

Last Updated : Jul 19, 2021, 2:13 PM IST
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