जमशेदपुर: राज्य सचिवालय में कोरोना संक्रमण प्रसार के संभावित खतरे को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने चिंता जाहिर की है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने सभी कर्मचारियों से सैंपल जांच कराने की मांग की है.
लोग मानसिक दबाव में काम करने को मजबूर
पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति से सचिवालय और अन्य सरकारी दफ्तर भी अछूते नहीं है. नगर विकास विभाग में एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने के बाद विभाग को बंद कर दिया गया है, लेकिन उस विभाग के आसपास के कई और विभाग है, जिसमें काम करने वाले कर्मचारी और पदाधिकारी है. उसमें अब डर की स्थिति बनी हुई है. कहीं न कहीं लोग मानसिक दबाव में काम करने को मजबूर है.
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सचिवालय और अन्य सरकारी दफ्तरों में होनी चाहिए सुरक्षा व्यवस्था
पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि जिस तरह की सुरक्षा व्यवस्था सचिवालय और अन्य सरकारी दफ्तरों में होनी चाहिए, वह नहीं दिख रही है. रोटेशन पॉलिसी के तहत स्वीकृत पदों से कहीं कम संख्या में कर्मचारी और पदाधिकारियों से काम लिया जा रहा है. किसी भी संचिका पर कई स्तर के पदाधिकारियों के हस्ताक्षर की आवश्यकता होती है. किसी एक स्तर के पदाधिकारी के नहीं होने से संचिका के निष्पादन में ज्यादा समय लग रहा है, जिससे प्रक्रिया पूरी होने में देरी हो रही है. सरकार इस ओर अपना ध्यान दें.
कोविड-19 से सुरक्षा के उपाय
भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि किसी भी एक व्यक्ति के संक्रमित होने पर पूरे सचिवालय के सभी लोगों के संक्रमित होने का खतरा है. इसलिए सचिवालय में कार्यरत सभी लोगों का कोरोना टेस्ट किया जाए और नेगेटिव आने के बाद ही उन्हें दफ्तर में आने की अनुमति दी जाए, साथ ही सचिवालय के सभी प्रवेश स्थानों पर कोविड-19 से सुरक्षा के तमाम उपाय किए जाए.