जमशेदपुर: टाटा मोटर्स के कन्वाई चालकों को लाॅकडाउन में 3 महीने का वेतन और दो वर्षों का बकाया भुगतान नहीं मिला है. इसी को लेकर जिले के उपायुक्त कार्यालय में प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के उपरांत उपायुक्त रविशंकर शुक्ला को एक ज्ञापन सौंपा गया है. ज्ञापन के माध्यम से टाटा मोटर्स की शिकायत की गई. ज्ञापन के माध्यम से जिले के उप श्रमायुक्त पर भी कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
कन्हाई चालकों का कहना है कि टाटा मोटर्स प्रबंधन और उप श्रमायुक्त के कारण ही उन लोगों को वेतन नहीं मिल पा रहा है. ज्ञापन में कहा गया है कि कन्वाई चालकों को लाॅकडाउन में वेतन और पिछले दो साल का बकाया भुगतान अभी तक नहीं किया गया है. टाटा मोटर्स प्रबंधन द्वारा सिर्फ झूठा आश्वासन दिया गया है.
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इस सबंध में मजदूर नेता ज्ञान सागर ने बताया कि लाॅकडाउन की अवधि का टाटा मोटर्स के कन्वाई चालकों को अभी तक वेतन नहीं दिया है. इस मामले में टाटा मोटर्स द्वारा उप श्रमायुक्त को पत्र के माध्यम से इन्हें अपना कर्मचारी मानने से इंकार कर दिया है. इस मामले को लेकर झारखंड सरकार ने बिहार सरकार के आदेश को निरस्त करके कन्वाई चालकों को अपना मजदूर माना.
उस आदेश के खिलाफ टाटा मोटर्स ने किसी भी न्यायालय में चुनौती नहीं दी. इससे साफ जाहिर होता है कि कन्वाई चालक टाटा मोटर्स के कर्मचारी हैं. ज्ञान सागर ने कहा कि उप श्रमायुक्त ने उन लोगों के पत्र के माध्यम से कहा है कि जब तक न्यायालय से कन्वाई चालकों के लिए कोई फैसला नहीं होता है, तब तक उन्हें कोई सुविधा टाटा मोटर्स नहीं प्रदान कर सकता है. उन्होंने उपायुक्त से मांग की है कि वे इस मामले पर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए जल्द से जल्द करवाई कर चालकों के हित में फैसला सुनाएं.