जमशेदपुरः शहर में हाल ही में साकची के शीतला मंदिर के पास सांड के हमले में दो लोगों की मौत के बाद जिला प्रशासन काफी गंभीर हो गया है. उपायुक्त के निर्देश पर जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के द्वारा शहर में आवारा जानवरों से जनता को निजात दिलाने के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है. इस दिशा में कार्य करते हुए जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के सदस्यों ने सोनारी क्षेत्र से एक सांड को पकड़ा है. पकड़े गए सांड को सुरक्षित टाटानगर गोशाला ले जाया गया.
आवारा जानवरों से लोगों को हो रही थी परेशानीः इस संबंध में जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के विशेष पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि सड़कों पर आवारा जानवरों के घूमने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है और एक भय सा बना रहता है. इससे निजात पाने के लिए सभी आवारा पशुओं को पकड़ कर गोशाला ले जाने की योजना बनाई गई है. सारी प्रक्रिया पूर्ण कर रामानंद वेलफेयर सोसाइटी का चयन किया गया है. जिनके द्वारा सड़कों पर लावारिस घूम रहे पशुओं को पकड़ा जा रहा है. इसकी सूचना उपायुक्त के दिशा निर्देश में सभी थाना को भी दी गई है. इसी क्रम में सोनारी थाना क्षेत्र से एक पशु को पकड़ा गया और उसे गोशाला में छोड़ दिया गया. उन्होंने सभी पशुपालकों से अपील करते हुए कहा है कि कोई भी पशुपालक अपने पशुओं को सड़क पर न छोड़ें. पकड़े जाने के बाद पशुपालकों से जुर्माना वसूला जाएगा.
जख्मी पशुओं के इलाज के लिए साथ रहते हैं वेटनरी डॉक्टर: विशेष पदाधिकारी ने बताया कि लावारिस पशुओं को पकड़ते समय एक वेटनरी डॉक्टर भी मौजूद रहते हैं, ताकि अगर धर-पकड़ के दौरान पशु जख्मी हो जाए तो उसका तुरंत प्राथमिक उपचार किया जा सके. लावारिस पशुओं को पकड़ने की टीम में मनदीप मेहता, डॉक्टर धीरज कुमार, आनंद कुमार, संतोष कुमार, राहुल कुमार, मुकेश कुमार यादव एवं साधु यादव शामिल थे.