घाटशिला, पूर्वी सिंहभूम: राज्य में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है. सभी राजनीतिक दल जोड़-तोड़ की राजनीति करने में लग गई है. सत्ताधारी दल बीजेपी का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस और झामुमो गठबंधन को लेकर कोशिशें कर रही हैं. उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ दिनों में गठबंधन और सीटों का बंटवारा भी हो सकता है.
कांग्रेस-झामुमो में गठबंधन को लेकर सभी के अलग-अलग राय हैं. झामुमो के विधायक कुणाल षाड़ंगी नहीं चाहते हैं कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ झामुमो का गठबंधन हो. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ये मेरी निजी राय है. गठबंधन पर फैसला पार्टी का केंद्रीय कमेटी और शिर्ष नेतृत्व पर ही निर्भर है.
लोकसभा चुनाव में झामुमो को हार का सामना करना पड़ा था. इस चुनाव में झामुमो, कांग्रेस, जेवीएम और राजद गठबंधन कर चुनाव लड़े थे. चुनाव में झामुमो को करारी हार का सामना करना पड़ा. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन को भी दुमका से हार का सामना करना पड़ा था. चुनाव के दौरान गठबंधन की पार्टियों में एकजुटता की कमी साफ नजर आई थी. झामुमो विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी में अंदरूनी कलह के कारण पार्टी बेहतर नहीं कर सकी.