जमशेदपुर: शहर के सुंदरनगर थाना के जोंद्रागोड़ा निवासी एम मेरी के घर में इनकम टैक्स अफसर बनकर लूट की घटना को कुछ दिनों पहले अपराधियों ने अंजाम दिया था. जमशेदपुर पुलिस ने लूटकांड का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने लूटकांड को अंजाम देने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों में सरायकेला जिला के तितिरबेला निवासी अजय पूर्ति, पश्चिमी सिंहभूम के जगरनाथपुर निवासी इवासी कांडे तिरिया, कमलेश तिरिया और मुसाबनी निवासी प्रमित पूर्ति शामिल हैं. एसएसपी किशोर कौशल ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तार से जानकारी दी.
आरोपियों को घर में करोड़ों रुपए के होने की मिली थी जानकारीः मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि घटना में अन्य कई अपराधी शामिल थे, लेकिन फिलहाल पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाली जानकारी दी है. दरअसल, आरोपियों को सूचना मिली थी कि एम मेरी के पास करोड़ों रुपए हैं. जानकारी मिलने के बाद और लूट की घटना को अंजाम देने के एक माह पूर्व से आरोपियों ने प्लानिंग शुरू कर दी थी.
आरोपियों ने एक माह तक घर की रेकी की थीः लूट की घटना से पहले आरोपियों ने कुछ दिनों तक घर की रेकी की थी. लूट की घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी पूर्वी सिंहभूम को छोड़कर पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा भाग गए थे. कुछ आरोपी राज्य के बाहर भी भाग गए हैं.
अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कर रही छापेमारीः एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि गिरफ्तार चार आरोपियों के अलावा भी अन्य कई आरोपी लूटकांड में शामिल थे. जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने लूट की घटना में प्रयुक्त कार को बरामद कर लिया है. हालांकि, लूटे गए नगद और गहने अब तक बरामद नहीं हो सका है.
स्पेशल 26 फिल्म से प्रेरित होकर अपराधियों ने लूट की वारदात को दिया था अंजामः एसएसपी ने बताया कि सभी आरोपियों ने बॉलीवुड फिल्म स्पेशल 26 से प्रेरित होकर घटना को अंजाम दिया था. सभी आरोपी आयकर अधिकारी बनकर घर में घुसे थे. आरोपियों ने घर में घुसकर घर का दरवाजा बंद कर लिया था और घर में मौजूद एम मेरी से उसका मोबाइल ले लिया था. एक महिला समेत तीन लोगों ने एम मेरी और उसकी बेटी को बंधक बनाकर रखा था और आधे घंटे तक घर की तलाशी ली थी. अंत में जब्ती सूची बनाकर एम मेरी से साइन कराया गया और फिर कार पर बैठकर सभी आरोपी फरार हो गए थे.