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जमशेदपुर केबल कंपनी में आग्निकांड की जांच शुरु, कंपनी में आग लगना संदेहास्पद - जमशेदपुर केबल कंपनी के जनरल ऑफिस में आग

जमशेदपुर में एक केबल कंपनी के जनरल ऑफिस में 2 जनवरी को आग लग गई थी, जिसमें लाखों के सामान जलकर खाक हो गए थे. घटना की जांच में पता चला है कि सालों से बंद पड़े कंपनी में आग लगी नहीं है, बल्कि लगाए जाने की संभावना व्यक्त की गई है. क्योंकि कंपनी में बिजली नहीं है.

Investigation started of fire in cable company in jamshedpur
केबल कंपनी में आग्निकांड की जांच शुरु
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Published : Jan 10, 2020, 11:12 PM IST

जमशेदपुर: शहर में सालों से बंद पड़े केबल कंपनी के जनरल ऑफिस अग्निकांड मामले में खुलासा हुआ है. कंपनी में आग लगी नहीं बल्कि लगाई गई है. इसे लेकर रांची की फॉरेंसिक टीम को कई अहम सुराग मिले हैं. हालांकि पूरी रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में कई अहम खुलासे हो सकते हैं.

देखें पूरी खबर

केबल कंपनी के जनरल ऑफिस में लगी आग को लेकर शुक्रवार को सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट की उपस्थिति में एफएसएल की टीम ने वैज्ञानिक पहलू से जांच की, जिसमें टीम को कई ऐसे अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिससे यह साफ हो रहा है, कि आग लगी नहीं बल्कि लगाई गई है. जांच में यह पता चला है कि शॉर्ट सर्किट से वहां आग नहीं लग सकती है, क्योंकि भवन में कई दिनों से बिजली नहीं है. दूसरी बात कि सिगरेट, बीड़ी से इतनी भयावह आग नहीं लग सकती है, क्योंकि आग एक कमरे से दूसरे कमरे तक बढ़ी है.

इसे भी पढ़ें:- जमशेदपुरः बच्चे को दिनभर खोजती रही पुलिस, मां के गोद में ही मिला बच्चा

जांच में पता चला है कि कार्यालय के सभी कमरे की दीवार ईंट की है. ऐसे में आग का पूरे बिल्डिंग में लगना असंभव सा लगता है. पहली बार की जांच में पुलिस को आशंका हो गई थी कि आग लगी नहीं, बल्कि लगाई गई है. आग किस चीज से लगाई गई है. इस संबंध में टीम ने फिलहाल कुछ नहीं कहा है.

सिटी एसपी ने बताया कि पूरी रिपोर्ट आने के बाद ही आग कैसे लगी इस संबंध में बताया जा सकता है, हालांकि उन्होंने यह साफ कर दिया है कि आग लगने की घटना संदिग्ध है. इसलिए सिटी एसपी ने घटना की जांच दोबारा करने और वैज्ञानिक पहलू से जांच कराने की पहल की है. आपको बता दें कि 2 जनवरी को गोलमुरी स्थित केबल कंपनी के ऑफिस में आग लगी थी.

जमशेदपुर: शहर में सालों से बंद पड़े केबल कंपनी के जनरल ऑफिस अग्निकांड मामले में खुलासा हुआ है. कंपनी में आग लगी नहीं बल्कि लगाई गई है. इसे लेकर रांची की फॉरेंसिक टीम को कई अहम सुराग मिले हैं. हालांकि पूरी रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में कई अहम खुलासे हो सकते हैं.

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केबल कंपनी के जनरल ऑफिस में लगी आग को लेकर शुक्रवार को सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट की उपस्थिति में एफएसएल की टीम ने वैज्ञानिक पहलू से जांच की, जिसमें टीम को कई ऐसे अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिससे यह साफ हो रहा है, कि आग लगी नहीं बल्कि लगाई गई है. जांच में यह पता चला है कि शॉर्ट सर्किट से वहां आग नहीं लग सकती है, क्योंकि भवन में कई दिनों से बिजली नहीं है. दूसरी बात कि सिगरेट, बीड़ी से इतनी भयावह आग नहीं लग सकती है, क्योंकि आग एक कमरे से दूसरे कमरे तक बढ़ी है.

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जांच में पता चला है कि कार्यालय के सभी कमरे की दीवार ईंट की है. ऐसे में आग का पूरे बिल्डिंग में लगना असंभव सा लगता है. पहली बार की जांच में पुलिस को आशंका हो गई थी कि आग लगी नहीं, बल्कि लगाई गई है. आग किस चीज से लगाई गई है. इस संबंध में टीम ने फिलहाल कुछ नहीं कहा है.

सिटी एसपी ने बताया कि पूरी रिपोर्ट आने के बाद ही आग कैसे लगी इस संबंध में बताया जा सकता है, हालांकि उन्होंने यह साफ कर दिया है कि आग लगने की घटना संदिग्ध है. इसलिए सिटी एसपी ने घटना की जांच दोबारा करने और वैज्ञानिक पहलू से जांच कराने की पहल की है. आपको बता दें कि 2 जनवरी को गोलमुरी स्थित केबल कंपनी के ऑफिस में आग लगी थी.

Intro:एंकर-- जमशेदपुर स्थित सालों से बंद पड़े केबुल कंपनी जनरल ऑफिस अग्निकांड में आग लगी नहीं बल्कि लगाई गई है.रांची की फॉरेंसिक टीम को कई अहम सुराग मिले हैं.हालांकि पूरी रिपोर्ट आने के बाद मामले के कई अहम खुलासे हो सकते हैं।


Body:वीओ1-- केबल कंपनी के जनरल ऑफिस में लगी आग को लेकर शुक्रवार को सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट की उपस्थिति में फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री (एफएसएल)टीम ने वैज्ञानिक पहलू से जांच की टीम को कई ऐसे अहम सुराग हाथ लगे हैं.जिससे यह साफ हो रहा है, कि आग लगी नहीं बल्कि लगाई गई है। पहली बात कि शार्ट सर्किट से आग वहां नहीं लग सकती है. क्योंकि भवन में कई दिनों से बिजली नहीं है. दूसरी बात कि सिगरेट, बीड़ी से इतनी भयावह आग नहीं लग सकती है.क्योंकि आग एक कमरे से दूसरे कमरे तक बढ़ी है. आग को कई जगह रुकने का स्थान मिला लेकिन वह एक कमरे से दूसरे कमरे में बढ़ता क्या सामान्यतः ऐसा कभी नहीं हो सकता है.क्योंकि कार्यालय के सभी कमरे की दीवार ईंट की है. ऐसे में आग का पूरे बिल्डिंग में लगना असंभव सा लगता है. पहली बार की जांच में पुलिस को आशंका हो गई थी कि आग लगी नहीं बल्कि लगाई गई है.आग किस चीज से लगाई गई है. इस संबंध में टीम ने फिलहाल कुछ नहीं कहा है. टीम और सिटी एसपी के अनुसार रिपोर्ट आने के बाद ही आग कैसे लगी इस संबंध में बताया जा सकेगा हालांकि उन्होंने यह साफ कर दिया है कि आग लगने की घटना संदिग्ध है इसलिए सिटी एसपी ने घटना की जांच दोबारा करने और वैज्ञानिक पहलू से जांच कराने की पहल की है. मालूम हो कि 2 जनवरी को गोलमुरी स्थित केबल कंपनी के ऑफिस में आग लगने की घटना हुई थी।
बाइट-- सुभाष चंद्र जाट( सिटी एसपी जमशेदपुर)


Conclusion:बहरहाल सालों से बंद पड़े केबल कंपनी में अचानक आग लगने की घटना कोई छोटी मोटी घटना नहीं है. आग लगना कहीं ना कहीं इसमें एक बड़ा घोटाला छिपा हुआ है।
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