घाटशिला,पूर्वी सिंहभूमः बहरागोड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक बच्चे को ठेला पर लाया गया. इसके बाद ये चर्चा का विषय बन गया. लोगों ने इसको लेकर स्वास्थ्य प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया. लेकिन अस्पताल कर्मियों ने साफ कहा कि उन्होंने एंबुलेंस की मांग नहीं थी.
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घाटशिला के बहरागोड़ा में कुलडिहा गांव निवासी तनु नामता के 13 वर्षीय पुत्र समय नामता आम के पेड़ से गिरने की वजह से एक बच्चे का हाथ-पैर टूट गया. परिजन परेशान हो गए कि अस्पताल कैसे ले जाए. दर्द के कराहते बच्चे को देखने के बाद उन्होंने एंबुलेंस की इंतजार करना ठीक नहीं समझा और ठेला को ही एंबुलेंस बनाकर, उसी में बच्चे को अस्पताल ले आए. बहरागोड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्स-रे कराने के बाद परिजन उसे ठेला में ही घर ले गए.
इस घटना को लेकर अस्पताल में मौजूद लोगों ने स्वास्थ्य केंद्र पर सवाल खड़ा किया. उन्होंने आरोप लगाया कि सीएचसी तीन में एंबुलेंस रहते हए भी मरीज को ठेला मे आना पड़ रहा है. इसको लेकर अस्पताल में काम कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि परिजनों ने घर जाने के लिए एंबुलेंस की मांग की ही नहीं. इस प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ओपी चौधरी ने बताया कि उन्हें इस बाबत कोई जानकारी नहीं है, क्योंकि उस वक्त अस्पताल में ड्यूटी पर कोई और चिकित्सक मौजूद थे.