जमशेदपुरः शहर के बागबेड़ा स्थित राममनोहर लोहिया सेवा संस्थान में नेत्र ज्योति महायज्ञ का आयोजन मंगलवार को किया गया. जिसमें झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शिरकत की. इस दौरान राज्यपाल ने आंखों का ऑपरेशन करा चुके मरीजों के नेत्रों से पट्टी हटा कर उनके आंखों पर काला चश्मा पहनाया. मौके पर राज्यपाल ने रेड क्रॉस के कार्यों की सराहना करते हुए पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त को नेत्र अस्पताल के लिए जमीन चिन्हित करने का निर्देश दिया.
705वां नेत्र ज्योति महायज्ञ का आयोजनः दरअसल, जमशेदपुर के बागबेड़ा क्षेत्र स्थित राममनोहर लोहिया सेवा संस्थान में 705वां नेत्र ज्योति महायज्ञ का आयोजन किया गया था. जिसमें राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन शामिल हुए. इस मौके पर पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त मंजुनाथ भजंत्री और एसएसपी किशोर कैशल ने उनका स्वागत किया. इस दौरान राज्यपाल को जिला प्रशासन की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. वहीं राज्यपाल के आगमन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. राज्यपाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यकम की शुरुआत की.
237 मोतियाबिंद से ग्रसित मरीजों का हुआ निःशुल्क ऑपरेशनः आपको बता दें कि समाजसेवी दिवंगत केके सिंह की याद मे 705वां नेत्र ज्योति महायज्ञ में कुल 237 मोतियाबिंद से ग्रसित मरीजों का निःशुल्क ऑपरेशन किया गया. साथ ही मरीजों के रहने, खाने-पीने की व्यवस्था और निःशुल्क दवा भी दी गई. कार्यक्रम में रेड क्रॉस सोसाइटी में बेहतर सेवा देने वाले विजय सिंह के अलावा डॉक्टर्स और वॉलेंटियर्स को राज्यपाल ने सम्मानित किया.
राज्यपाल ने रेड क्रॉस सोसाइटी के कार्यों की सराहना कीः राज्यपाल ने आंखों का इलाज कराने आए मरीजों से मुलाकात की और व्यवस्था का ज्याजा लिया है. मौके पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा की सैनिकों की सेवा के लिए रेड क्रॉस की शुरुआत की गई थी, लेकिन आज रेड क्रॉस की सेवा जन-जन तक पहुंच रहा है. उन्होंने नेत्र ऑपरेशन में सहयोग देने वाली कंपनियों की सराहना की और कहा कि समाज के लोगों को इस तरह के काम में साथ देने की जरूरत है. राज्यपाल ने पूर्वी सिंहभूम जिला रेड क्रॉस सोसाइटी के कार्यों की सराहना की और उपायुक्त से जल्द दो एकड़ जमीन चिन्हित करने का निर्देश दिया, ताकि वहां नेत्र के इलाज के लिए बड़ा अस्पताल बनया जा सके.
ये भी पढ़ें-
राज्यपाल से मिला बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल, कहा- राज्य में संवैधानिक संकट खड़ा कर रही हेमंत सरकार
मानवसेवा के लिए सिख गुरुओं ने दी शहादत, नई पीढ़ी को मिलेगी प्रेरणाः रघुवर दास