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आंध्रप्रदेश से झारखंड लौट रहे प्रवासी मजदूरों को पुलिस ने रोका, बीजेपी प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने की मदद - लॉकडाउन जमशेदपुर

15 प्रवासी मजदूर आंध्रप्रदेश से घाटशिला (पूर्वी सिंहभूम, झारखंड) के लिए रवाना हुए थे. शुक्रवार सुबह इन्हें ओडिशा के मलकानगिरी जिले में स्थित मोतू-ब्रिज चेकपोस्ट पर पुलिस ने रोक दिया था. जिला पार्षद ने इस मामले में पूर्व विधायक सह झारखंड प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी से हस्तक्षेप का आग्रह किया, जिसके बाद उन्हें छोड़ा गया.

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जमशेदपुर: आंध्रप्रदेश से लौट रहे प्रवासी मजदूरों को पुलिस ने रोका, बीजेपी प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी के हस्तक्षेप पर छोड़ा गया
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Published : May 8, 2021, 8:40 AM IST

Updated : May 8, 2021, 9:01 AM IST

जमशेदपुर: कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते प्रसार के बाद देश के कई राज्यों में लॉकडाउन प्रभावी है. ऐसे में वहां के प्रवासी मजदूर भी अपने-अपने गृह राज्यों की ओर पलायन कर रहे हैं. कई राज्यों में लॉकडाउन इतना कठोर है कि बाहरी लोगों और गाड़ियों तक के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.

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बीजेपी प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने किया मामले में हस्तक्षेप

शुक्रवार को ऐसी ही परेशानियों का सामना किया गया. घाटशिला के रहने वाले 15 प्रवासी मजदूर आंध्रप्रदेश से घाटशिला के लिए रवाना हुए थे. शुक्रवार सुबह इन्हें ओडिशा के मलकानगिरी जिले में स्थित मोतू-ब्रिज चेकपोस्ट पर पुलिस ने रोक दिया. दरअसल, पूर्ण लॉकडाउन की वजह से इन्हें वापस लौटाया जा रहा था.

इसे भी पढ़ें- कोरोना संक्रमण से मौत होने पर कोरोना वॉरियर्स को मिलेंगे 25 लाख, आम लोगों के लिए नहीं है कोई प्रावधान

प्रवासी मजदूरों में से बांकी ने इसकी सूचना घाटशिला क्षेत्र की जिला पार्षद दिव्यानी मुर्मू को दी. जिला पार्षद ने इस मामले में पूर्व विधायक सह झारखंड प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी से हस्तक्षेप का आग्रह किया. कुणाल षाड़ंगी ने सुबह लगभग साढ़े 10 बजे संबंधित मामले को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए ओडिशा पुलिस, झारखंड पुलिस समेत मलकानगिरी और जमशेदपुर के उपायुक्तों को सूचनार्थ टैग करते हुए मदद सुनिश्चित करने का अनुरोध किया.

कुणाल षाड़ंगी के ट्वीट पर झारखंड सरकार के पूर्व डीजीपी रहे एमवी राव ने भी स्वतः संज्ञान लेकर जरूरी मदद पहुंचाने के लिए इच्छा जताई. उन्होंने ओडिशा के मलकानगिरी में रोके गये प्रवासी मजदूरों में से किसी एक का फोन नंबर उपलब्ध कराने का आग्रह किया, ताकि उन तक मदद सुनिश्चित कराई जा सके.

पूर्व डीजीपी एमवी राव ने भी की मदद

पूर्व डीजीपी एमवी राव संग से समन्वय बनाते हुए कुणाल षाड़ंगी ने उन्हें फौरन फोन नंबर और अन्य जरूरी जानकारी उपलब्ध कराई. इसके लगभग एक घंटे के अंदर ही मलकानगिरी एसपी के ट्वीटर हैंडल की ओर से कुणाल षाड़ंगी को सूचित किया गया कि कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के निमित्त राज्य में लागू कठोर लॉकडाउन की वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई.

आवश्यक पूछताछ की गई

प्रवासी मजदूरों को आवश्यक पूछताछ और चिकित्सकीय परीक्षण के लिए रोका गया था. मलकानगिरी एसपी ने सूचित किया कि कुछ समय पहले ही प्रवासी मजदूरों को अपने गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया है. उन्होनें मौजूदा परिस्थिति के कारण हुई असुविधा के लिए भी खेद प्रकट किया. मदद पहुंचते ही प्रवासी मजदूरों ने भी आभार जताया. इस मामले में त्वरित सहयोग करने के लिए पूर्व डीजीपी एमवी राव, मलकानगिरी और जमशेदपुर पुलिस एवं उपायुक्त के प्रति पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कृतज्ञता व्यक्त की है.

जमशेदपुर: कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते प्रसार के बाद देश के कई राज्यों में लॉकडाउन प्रभावी है. ऐसे में वहां के प्रवासी मजदूर भी अपने-अपने गृह राज्यों की ओर पलायन कर रहे हैं. कई राज्यों में लॉकडाउन इतना कठोर है कि बाहरी लोगों और गाड़ियों तक के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.

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बीजेपी प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने किया मामले में हस्तक्षेप

शुक्रवार को ऐसी ही परेशानियों का सामना किया गया. घाटशिला के रहने वाले 15 प्रवासी मजदूर आंध्रप्रदेश से घाटशिला के लिए रवाना हुए थे. शुक्रवार सुबह इन्हें ओडिशा के मलकानगिरी जिले में स्थित मोतू-ब्रिज चेकपोस्ट पर पुलिस ने रोक दिया. दरअसल, पूर्ण लॉकडाउन की वजह से इन्हें वापस लौटाया जा रहा था.

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प्रवासी मजदूरों में से बांकी ने इसकी सूचना घाटशिला क्षेत्र की जिला पार्षद दिव्यानी मुर्मू को दी. जिला पार्षद ने इस मामले में पूर्व विधायक सह झारखंड प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी से हस्तक्षेप का आग्रह किया. कुणाल षाड़ंगी ने सुबह लगभग साढ़े 10 बजे संबंधित मामले को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए ओडिशा पुलिस, झारखंड पुलिस समेत मलकानगिरी और जमशेदपुर के उपायुक्तों को सूचनार्थ टैग करते हुए मदद सुनिश्चित करने का अनुरोध किया.

कुणाल षाड़ंगी के ट्वीट पर झारखंड सरकार के पूर्व डीजीपी रहे एमवी राव ने भी स्वतः संज्ञान लेकर जरूरी मदद पहुंचाने के लिए इच्छा जताई. उन्होंने ओडिशा के मलकानगिरी में रोके गये प्रवासी मजदूरों में से किसी एक का फोन नंबर उपलब्ध कराने का आग्रह किया, ताकि उन तक मदद सुनिश्चित कराई जा सके.

पूर्व डीजीपी एमवी राव ने भी की मदद

पूर्व डीजीपी एमवी राव संग से समन्वय बनाते हुए कुणाल षाड़ंगी ने उन्हें फौरन फोन नंबर और अन्य जरूरी जानकारी उपलब्ध कराई. इसके लगभग एक घंटे के अंदर ही मलकानगिरी एसपी के ट्वीटर हैंडल की ओर से कुणाल षाड़ंगी को सूचित किया गया कि कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के निमित्त राज्य में लागू कठोर लॉकडाउन की वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई.

आवश्यक पूछताछ की गई

प्रवासी मजदूरों को आवश्यक पूछताछ और चिकित्सकीय परीक्षण के लिए रोका गया था. मलकानगिरी एसपी ने सूचित किया कि कुछ समय पहले ही प्रवासी मजदूरों को अपने गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया है. उन्होनें मौजूदा परिस्थिति के कारण हुई असुविधा के लिए भी खेद प्रकट किया. मदद पहुंचते ही प्रवासी मजदूरों ने भी आभार जताया. इस मामले में त्वरित सहयोग करने के लिए पूर्व डीजीपी एमवी राव, मलकानगिरी और जमशेदपुर पुलिस एवं उपायुक्त के प्रति पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कृतज्ञता व्यक्त की है.

Last Updated : May 8, 2021, 9:01 AM IST
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