जमशेदपुरः झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन के बयान के खिलाफ शहर के अधिवक्ता देवेंद्र सिंह ने जमशेदपुर के साकची थाना में एफआईआर दर्ज कराया है. अधिवक्ता देवेंद्र सिंह ने बताया कि मंत्री ने अपने बयान से आपसी भाई चारे को खराब करने की कोशिश की है. अधिवक्ता सह भाजपा नेता ने मंत्री की शिकायत की है.
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झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन द्वारा दिल्ली के जहांगीरपुरी मामले पर दिया गया बयान अब तूल पकड़ने लगा है. एक तरफ विपक्ष मंत्री के बयान पर सरकार को घेरने की तैयारी में है. वहीं जमशेदपुर कोर्ट के अधिवक्ता सह भाजपा नेता देवेंद्र सिंह ने मंत्री हफीजुल हसन के खिलाफ साकची थाना में एफआईआर दर्ज कराया है. मंत्री के इस बयान पर जमशेदपुर के अधिवक्ता सह भाजपा नेता देवेंद्र सिंह ने बताया कि मंत्री पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा सामाजिक सौहाद्र बिगाड़ने जैसे बयान नहीं देना चाहिए. मंत्री ने अपने बयान समाज में आपसी भाई चारे को खत्म करने की कोशिश की है.
भाजपा नेता देवेंद्र सिंह ने कहा है मुख्यमंत्री को ऐसे बयान देने वाले मंत्री को तत्काल बर्खास्त करने की जरूरत है. अपने आवेदन में उन्होंने बताया कि दिनांक 28 अप्रैल को झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन ने गढ़वा के इफ्तार पार्टी के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़कर धार्मिक उन्माद फैलाने वाला बयान दिया है, जिससे देश अशांत हो सकता है. अपने बयान में मंत्री ने कहा था कि हमारे 20 तो आपके भी 70 घर में बंद होंगे. मंत्री के इस बयान पर उन पर कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह प्रशासन से किया गया है.
28 अप्रैल 2022 को गढ़वा में इफ्तार पार्टी के दौरान मंत्री हफीजुल हसन ने दिल्ली के जहांगीरपुरी में अतिक्रमण पर हुई कार्रवाई के संबंध में प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. जिसमें उन्होंने कहा कि देश में एक धर्म विशेष के साथ जो हो रहा है, वह सबको पता है उससे सबका नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि यदि उनके 20 प्रतिशत लोगों का नुकसान होता है तो आपके 70 प्रतिशत लोग भी सुरक्षित नहीं रहेंगे. वह गढ़वा में एक इफ्तार पार्टी में शरीक होने आए थे. उनके बयान के बाद काफी लोग नाराज हैं और इस बयान की निंदा कर रहे हैं.